Sunday, March 16, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
HomeBlogवरदान है केले का पेड़, पत्ती से लेकर फल सब कारगर, यहां...

वरदान है केले का पेड़, पत्ती से लेकर फल सब कारगर, यहां जानें कैसे करें इस्तेमाल-Know from the scientist why the banana plant is named an entire Kalpavriksha


समस्तीपुर : डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के वैज्ञानिक डॉक्टर संजय कुमार सिंह ने बताया कि केला एक अद्भुत पौधा है जिसे इसके हर हिस्से के लाभकारी उपयोग के कारण ‘कल्पवृक्ष’ के नाम से जाना जाता है. हिन्दू पुराणों के अनुसार, कल्पवृक्ष एक दिव्य वृक्ष है जो समुद्रमंथन से प्राप्त 14 रत्नों में से एक था. इसे देवताओं को समर्पित किया गया और यह देवताओं की अद्भुत इच्छाओं को पूरा करता है. यही कारण है कि केले के पौधे को भी इसी तरह का महत्व दिया गया है, जहां इसके हर भाग का उपयोग विभिन्न लाभकारी उत्पादों में किया जाता है.

1. केले का फल
केला अपने पोषक तत्त्वों के लिए प्रसिद्ध है. यह विटामिन बी6, विटामिन सी, पोटेशियम, और फाइबर से भरपूर होता है, जो हमारे पाचन और रक्त स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. यह फल कब्ज, पेट के अल्सर, और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं से राहत प्रदान करता है. गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है, क्योंकि यह भ्रूण के विकास में सहायक होता है.

2. कच्चा केला

कच्चे केले में कम प्राकृतिक शर्करा होती है और इसमें प्रतिरोधी स्टार्च पाया जाता है, जो मधुमेह और चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम के लिए लाभकारी होता है. यह फाइबर से भरपूर होता है और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है.इसके सेवन से मानसिक लाभ भी प्राप्त होता है.

3. केले का फूल
केले का फूल टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक होता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और आवश्यक विटामिन्स इसे एंटी-एजिंग और मेटाबोलिज़्म को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त बनाते हैं. यह प्रजनन स्वास्थ्य, स्तनपान करने वाली माताओं के लिए भी लाभकारी है और संक्रमणों से रक्षा करता है.

4. केले का तना
केले का तना फाइबर से युक्त होता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है. यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है और गुर्दे की पथरी और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) से राहत प्रदान करता है. इसके रस का सेवन एसिडिटी और पेट में जलन को कम करता है.

5. केले का पत्ता
केले का पत्ता, जबकि सीधे खाने योग्य नहीं होता, भोजन को रखने और परोसने के लिए उपयोगी है. पत्तों में ईजीसीजी जैसे पॉलीफेनोलस होते हैं, जो पाचन स्वास्थ्य में सहायक होते हैं. दक्षिण भारत में केले के पत्ते का उपयोग पारंपरिक रूप से भोजन परोसने के लिए किया जाता है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभकारी है.

वैज्ञानिक एसके सिंह ने कहा

केला वास्तव में एक अद्वितीय पौधा है, जिसे ‘कल्पवृक्ष’ के रूप में माना जाता है. इसके प्रत्येक हिस्से का उपयोग स्वास्थ्य और अन्य उपयोगी उत्पादों के लिए किया जा सकता है. फल, फूल, तना, और पत्ते – सभी अपने-अपने तरीके से हमारे जीवन को समृद्ध बनाते हैं. इस प्रकार, केला न केवल एक सामान्य फल है, बल्कि एक संपूर्ण पौधा है, जो हमारे लिए विभिन्न लाभकारी तत्वों की आपूर्ति करता है.

Tags: Bihar Information, Local18, Samastipur information



Supply hyperlink

khabareaaptak.in
khabareaaptak.inhttps://khabareaaptak.in
Welcome to "khabareaaptak" – your go-to destination for the latest news and updates from around the world. We are committed to bringing you timely and accurate information across various categories, including politics, sports, entertainment, technology, and more.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments