नई दिल्ली. किस्मत आपको किस मोड़ पर ले जाए, कहा नहीं जा सकता. इन तीन प्लेयर ने करियर की शुरुआत में सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन ये टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेलेंगे. हरियाणा के बरिंदर सरां (Barinder Sran) का सपना बाक्सिंग में नाम कमाने का था जबकि अभिमन्यु मिथुन (Abhimanyu Mithun) और टीनू योहानन (Tinu yohannan) एथलेक्टिस जगत में शोहरत हासिल करना चाहते थे. अभिमन्यु मिथुन (Abhimanyu Mithun) की आंखों में देश काा शीर्ष स्तर का जैवलिन थ्रोअर बनने की हसरत थी जबकि केरल के टीनू के पिता टीसी योहानन तो एशियाई खेलों की लांग जंप इवेंट में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. ऐसे में टीनू का पहला प्यार भी एथलेक्टिस ही था.
इसी दौरान ऐसा दौर आया जब इन तीनों प्लेयर ने अपने मूल खेल को छोड़ क्रिकेट में करियर बनाने के बारे में न सिर्फ सोचा बल्कि कड़ी मेहनत से इसे साकार किया. सरां, मिथुन और टीनू, तीनों ही तेज गेंदबाज की हैसियत से भारत के लिए खेले. यह अलग बात है कि कुछ बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद इनका इंटरनेशनल करियर लंबा नहीं चला. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सरां के नाम पर टी20 इंटरनेशनल के डेब्यू मैच में भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड है जबकि मिथुन घरेलू क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट (फर्स्ट क्लास, वनडे और टी20) में हैट्रिक ले चुके हैं. टी20 फॉर्मेट में तो उन्होंने एक ओवर में 5 विकेट हासिल किए थे.
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बरिंदर सरां : बॉक्सिंग करते-करते बन गए तेज गेंदबाज
हरियाणा के सिरसा में पैदा हुए बरिंदर सरां यदि क्रिकेटर नहीं होते तो आला दर्जे के बॉक्सर होते. बॉक्सिंग में नाम कमाने के लिए वे भिवानी की एकेडमी में ट्रेनिंग करते थे. हरियाणा का बॉक्सिंग में गौरवशाली अतीत रहा है और इस छोटे से राज्य ने बॉक्सिंग के अलावा कुश्ती और कबड्डी के भी बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं. किसान के बेटे बरिंदर ने एक बार किंग्स इलेवन पंजाब का एड पढ़ा और यहीं से उनमें क्रिकेटर बनने की ख्वाहिश जागी. गेंदबाजी के गुर सीखने के लिए उन्होंने 2011 में पूर्व क्रिकेटर अमित उनियाल की मोहाली स्थित अकादमी में दाखिला लिया. अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की. कई बार तो वे कई किलोमीटर साइकिल चलाकर अपने गांव खरड़ से मोहाली जाते थे. बाएं हाथ का तेज गेंदबाज होना भी उनके लिए ‘प्लस प्वॉइंट’ बना. सरां की मेहनत रंग लाई और डोमिस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए वे 2016 में भारतीय टीम में स्थान पाने में सफल रहे.
12 जनवरी 2016 को पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में वनडे खेलकर उन्होंने इंटरनेशनल डेब्यू किया और 56 रन देकर तीन विकेट लिए. मैच में सरां ने एरोन फिंच, डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के विकेट झटके थे. हालांकि इस प्रदर्शन के बाद भी टीम इंडिया को मैच में 5 विकेट की हार का सामना करना पड़ा था. 2016 में ही जून में सरां ने जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में टी20I डेब्यू किया और 10 रन देकर 4 विकेट लेते हुए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने. यह अभी भी टी20 इंटरनेशनल में किसी भारतीय बॉलर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है. बरिंदर के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह ने एक बार ट्वीट किया था, ‘बरिंदर मुझे युवा जहीर खान की याद दिलाते हैं.’ हालांकि सरां का इंटरनेशनल करियर लंबा नहीं चला और वे 6 वनडे और 2 टी20I ही खेल पाए. वनडे में 38.42 के औसत से 7 और टी20 में 6.83 के औसत से 6 विकेट उनके नाम पर हैं. 22 जून को जिम्बाब्वे के खिलाफ ही टी20 के रूप में सरां ने आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला. सरां का नाम तब भी सुर्खियों में आया जब आईपीएल के लिए 2018 में उन्हें पंजाब किंग्स ने 2.2 करोड़ रुपये और 2019 में मुंबई इंडियंस ने 3.4 करोड़ रुपये की बड़ी राशि में खरीदा. आईपीएल के 24 मैचों में 18 विकेट सरां के नाम दर्ज हैं.
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अभिमन्यु मिथुन : जैवलिन फेंकते-फेंकते करने लगे गेंदबाजी
2010-11 में भारत के लिए 4 टेस्ट और 5 वनडे खेले कर्नाटक के अभिमन्यु मिथुन की कहानी भी बरिंदर सरां जैसी ही है. एथलेक्टिस की जैवलिन थ्रो इवेंट में अभिमन्यु कर्नाटक में जाना-पहचाना नाम थे लेकिन कुछ कारणों से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे. बाद में एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने तेज गेंदबाजी में हाथ आजमाया और घरेलू क्रिकेट में खूब नाम कमाया. वे भारत के लिए भी खेले. चार टेस्ट में 9 विकेट व 120 रन और 5 वनडे में तीन विकेट व 51 रन उनके नाम पर हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने अपना आखिरी मैच दिसंबर 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला. अभिमन्यु, डोमिस्टिक क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में हैट्रिक लेने का कारनामा कर चुके हैं. कर्नाटक की ओर से 2009 में यूपी के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के अपने डेब्यू मैच में उन्होंने हैट्रिक ली. इसके बाद उन्होंने अक्टूबर 2019 में विजय हजारे ट्रॉफी (वनडे) के फाइनल में तमिलनाडु के खिलाफ लगातार गेंदों पर शाहरुख खान, एम. मोहम्मद और मुरुगन अश्विन के विकेट झटके. इसके एक माह बाद ही अभिमन्यु मिथुन ने टी20 फॉर्मेट में यह कमाल दोहराया. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (वनडे) के सेमीफाइनल में हरियाणा के खिलाफ एक ओवर में हैट्रिक सहित उन्होंने 5 विकेट लिए . मिथुन ने अपने ओवर की पहली 4 गेंदों पर हिमांशु राणा, राहुल तेवतिया, सुमित कुमार और अमित मिश्रा को आउट किया था. ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने जयंत यादव का विकेट लिया. मिथुन 2021 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं.
टीनू योहानन : हाई जंप छोड़कर बने क्रिकेटर
केरल के लंबे कद के तेज गेंदबाज टीनू योहानन का पहला प्यार क्रिकेट नहीं, बल्कि एथलेटिक्स था. उनके पिता टीसी योहानन देश के लिए लांग जंप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. 1974 के तेहरान एशियन गेम्स में ‘सीनियर योहानन’ 8.07 मीटर की छलांग लगाकर 8 मीटर से अधिक दूरी तय करने वाले पहले एशियाई एथलीट बने थे. उनका यह रिकॉर्ड तीन दशक तक कायम रहा. टीनू भी शुरुआत में हाई जंप इवेंट में हिस्सा लिया करते थे. बाद में उन्होंने क्रिकेट को करियर के तौर पर चुना. टीनू ने MRF पेस अकादमी में गेंदबाजी कौशल को तराशा. तेज गेंदबाज के तौर पर 2001 से 2002 तक भारत के लिए खेले. हालांकि वे तीन टेस्ट और तीन वनडे ही खेल सके. टेस्ट और वनडे दोनों में ही 5-5 विकेट उन्होंने हासिल किए. क्रिकेट से संन्यास ले चुके 45 वर्षीय टीनू इस समय केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) के हाई परफॉर्मेंस सेंटर में सेवा दे रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 6, 2024, 06:59 IST