नीरज कुमार/बेगूसराय. गेंदा फूल का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों, शादी, जन्मदिन और निजी संस्थानों में आयोजित होने वाले अलग-अलग समारोहों में खूब किया जाता है. लेकिन, बिहार में गेंदा फूल की खेती ज्यादा नहीं होती है. लोगों की डिमांड पश्चिम बंगाल से आने वाले फूलों से पूरी होती है.लेकिन अब बिहार सरकार यहां भी गेंदा फूल की खेती को बढ़ावा देने जा रही है. इसके लिए सभी जिलों में खेती का लक्ष्य तय किया गया है. सरकार इसकी खेती पर अच्छा खासा अनुदान भी देने जा रही है. इसी क्रम में अब बिहार के बेगूसराय जिले में भी बड़े पैमाने पर गेंदा फूल की खेती होगी. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार गेंदा के फूल की खेती आप सर्दी, गर्मी और बरसात तीनों मौसम में कर सकते हैं.
बेगूसराय जिले में फिलहाल 5 से 7 एकड़ में ही कुछ माली किसानों ने गेंदा फूल की खेती कर रखी है. लेकिन नए वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह रकवा बढ़ने वाला है. उद्यान विभाग के बागवानी मिशन पर काम कर रहे यशवंत कुमार ने बताया कि बेगूसराय जिले में इस बार 50 हेक्टेयर में गेंदा फूल की बागवानी का लक्ष्य रखा गया है. इसकी खेती के लिए खेतों की जोत, सिंचाई, बीज, दवा आदि मद में खर्च के लिए सरकार अनुदान भी दे रही है. जो पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर दिया जाएगा. ऐसे में अगर आप भी गेंदा फूल की बागवानी करना चाहें तो अपने प्रखंड के उद्यान पदाधिकारी या फिर जिला उद्यान विभाग के कार्यालय जाकर अप्लाई करने से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं.
किसानों को प्रति हेक्टेयर 75% अनुदान
जिला उद्यान पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि गेंदा फूल की खेती के लिए किसानों को प्रति हेक्टेयर 75% अनुदान दिया जा रहा है. जो कुल 28,000 रुपए होता है. न्यूनतम प्रति किसान 25 डिसिमल और अधिकतम एक हेक्टेयर तक की खेती पर किसान अनुदान ले सकते हैं. यहीं के किसान संजय गौतम ने बताया कि बेगूसराय के लोगों की गेंदा फूल की डिमांड को पश्चिम बंगाल पूरा करता है. लेकिन, अब बेगूसराय के किसान भी बड़े पैमाने पर गेंदा फूल की खेती करेंगे.
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FIRST PUBLISHED : April 18, 2024, 09:49 IST