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Most secure Automobile Coloration : क्या आपको पता है कि कार का कौन सा कलर सबसे सुरक्षित होता है और किस कलर से ज्यादा हादसे होते हैं. एक शोध में बताया गया कि डार्क रंग की कारों से ज्यादा हादसे होते हैं.

शोध में बताया गया है कि लाल और काले रंग की कार से ज्यादा हादसे होते हैं.
हाइलाइट्स
- लाल रंग की कारों से सबसे ज्यादा हादसे होते हैं.
- हल्के रंग की कारों से दुर्घटना का खतरा कम होता है.
- काले और भूरे रंग की कारें भी खतरनाक मानी जाती हैं.
नई दिल्ली. नई कार खरीदते समय रंग का बहुत महत्व होता है. लिहाजा हर ग्राहक के लिए यह सवाल काफी अहम है कि सबसे खतरनाक कार का रंग कौन सा है? कार खरीदने वालों को सोच-समझकर कार के कलर का चयन करना चाहिए, क्योंकि कुछ रंगों के चुनाव से दुर्घटना, चोरी या कार पेंट की समस्याओं का खतरा काफी बढ़ सकता है. इसमें सबसे ज्यादा डराने वाली बात हादसे से जुड़ी रहती है.
ऑटो सेक्टर के ज्यादातर एक्सपर्ट का मानना है कि कार खरीदते समय एक बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए कि हल्के और डार्क कलर की कार को लेकर दो बातें बिलकुल स्पष्ट हैं. डार्क कलर से ज्यादा एक्सीडेंट का खतरा रहता है, जबकि लाइट कलर यानी हल्के कलर की कार से दुर्घटना होने का चांस कम ही रहता है. यह तो बिलकुल बेसिक सी बात है, लेकिन एक बात और जरूरी है कि आखिर कौन सा डार्क कलर ज्यादा खतरनाक साबित होता है.
कौन सा सबसे खतरनाक कलर
चौंकाने वाली बात यह है कि शोध से पता चलता है कि 60% लाल रंग की कारें दुर्घटनाओं में शामिल रही हैं, जिससे यह सबसे खतरनाक रंग की गाड़ी बन जाती है. लाल रंग को खतरों से जोड़कर देखा जाता है और पुरुषों में महिलाओं की तुलना में 12% अधिक लाल रंग की कार पसंद करने की संभावना होती है. इसके साथ ही यह भी सच है कि ज्यादातर स्पोर्ट्स कारें लाल रंग की होती हैं, जो तेज गति के लिए बनाई जाती हैं. इससे समझ में आता है कि लाल रंग क्यों ज्यादा खतरनाक माना जाता है.
बाकी रंगों से भी जोखिम
अगला सबसे खतरनाक कार का रंग ब्राउन है, जहां 59% कार मालिकों ने दुर्घटना में शामिल होने की बात कही है. काले रंग की कार वाले चालकों को भी बेहद सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि 57% ड्राइवरों ने इस रंग की कार के साथ घटनाओं की रिपोर्ट की है. ब्रिटेन में काला रंग दूसरा सबसे लोकप्रिय कार रंग है, जिसमें 3,24,000 से अधिक मोटर्स इस शेड में हैं, इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह भी शीर्ष तीन खतरनाक कलर की सूची में शामिल है.
क्या है रंग और हादसों का मेल
आखिर रंगों और हादसों के बीच में क्या मेल है तो इसका आसान जवाब है कि हल्के रंग की कारें रात के अंधेरे में लाइट पड़ने पर आसानी से दिख जाती हैं, जबकि डार्क रंग की कारें कई बार अचानक नहीं या दूर से नहीं दिखतीं. यही कारण है कि सफेद और पीली रंग की कारों का एक्सीडेंट कम होता है और ये आसानी से दिखाई दे जाती हैं. दिन के उजाले में भी डार्क कलर सड़क और सूरज की चमक से मेल खा जाता है और हादसे का कारण बन जाता है.
New Delhi,Delhi
February 23, 2025, 10:36 IST