Friday, March 14, 2025
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Success Story : पिता ने की मजदूरी, मां ने सब्जी बेचकर पढ़ाया, बेटा बना IPS, दो बार पास की यूपीएससी


Company:News18India

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Success Story : आईपीएस शरण कांबले राजस्थान कैडर के पुलिस अधिकारी हैं. वह यूपीएससी 2020 क्रैक करके आईपीएस बने थे. इसके बाद उन्होंने 2021 में भी यूपीएससी पास किया. लेकिन IFS कैडर नहीं पसंद आया.

पिता ने की मजदूरी, मां ने सब्जी बेचकर पढ़ाया, बेटा बना IPS, दो बार UPSC पास की

Success Story : आईपीएस शरण कांबले महाराष्ट्र के सोलापुर के रहने वाले हैं.

हाइलाइट्स

  • शरण कांबले ने यूपीएससी 2020 में 542वीं रैंक से आईपीएस बने.
  • कांबले ने 20 लाख की नौकरी ठुकराकर यूपीएससी की तैयारी की.
  • शरण कांबले ने 2021 में 127वीं रैंक से फिर यूपीएससी पास की.

Success Story : बड़े सपने पूरे करने के लिए मेहनत भी कड़ी लगती है. इसमें कोई बहाना और शिकायत नहीं चलती. कैसी भी परिस्थिति हो, सफल होने के लिए जी-तोड़ मेहनत करनी पड़ेगी. ठीक उसी तरह, जैसे शरण कांबले ने अपनी मेहनत के दम पर अपने गरीब माता-पिता को गर्व करने का मौका दिया.

यह कहानी राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी शरण कांबले की है. वह महाराष्ट्र के सोलापुर के रहने वाले हैं. कांबले के गरीब माता-पिता मजदूरी करते थे और सब्जी बेचते थे. लेकिन कभी भी शरण कांबले को पढ़ाने से पीछे नहीं हटे.

IISc से ली पीजी डिग्री

30 सितंबर 1993 को महाराष्‍ट्र के सोलापुर जिले की बारसी तहसील के गांव तड़वले में जन्मे शरण कांबले की 10वीं तक की पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई. 11वीं व 12वीं की पढ़ाई 12 किलोमीटर दूर पड़ोस के गांव के स्‍कूल से की. इसके बाद उन्होंने वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, सांगली से बीटेक और फिर IISc से पीजी किया.

यूपीएससी के लिए ठुकराया 20 लाख का जॉब ऑफर

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज (IISc) से पीजी करने के बाद उन्हें 20 लाख रुपये सालाना के सैलरी पैकेज वाली एक जॉब ऑफर हुई. लेकिन तब तक उन्होंने सिविल सेवा में जाना तय कर लिया था. उनके पिता गोपीनाथ का भी सपना था कि बेटा अधिकारी बने. इसलिए कांबले ने यह जॉब ऑफर ठुकरा दिया और दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.

स्कॉलरशिप से की यूपीएससी की तैयारी

शरण कांबले ने दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी तो शुरू कर दी, लेकिन जल्द ही गरीबी राह में बाधा बनने लगी. ऐसे में उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की स्कॉलरशिप स्कीम परीक्षा दी. इसमें पास होने पर उन्हें आठ महीने तक प्रति माह 12000 रुपये की स्कॉलरशिप मिलने लगी. जिसके बाद वह तैयारी कर पाए.

शरण कांबले की यूपीएससी रैंक

शरण कांबले ने यूपीएससी सीएपीएफ 2019 ऑल इंडिया 8वीं रैंक से पास की. इसके बाद यूपीएससी सिविल सेवा 2020 में ऑल इंडिया 542 रैंक से पास करके के आईपीएस बने. इसके बाद यूपीएससी सिविल सेवा 2021 में फिर से उन्होंने 127वीं रैंक हासिल की. इस बार उन्हें आईएफएस कैडर मिला. लेकिन उन्होंने उसकी बजाए आईपीएस को ही चुना.

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