विशाल झा /गाज़ियाबाद: क्या आपके पास भी कार है? अगर हां तो इस गर्मी थोड़ा सतर्क हो जाएं. क्योंकि, अक्सर गर्मी के मौसम में कार आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. कई बार यह घटना इतनी ज्यादा भयानक हो जाती है कि चालक को वाहन से निकलने तक का मौका नहीं मिल पाता है. गाजियाबाद में पिछले 1 वर्ष में 57 से भी ज्यादा गाड़ी सड़क पर चलते-चलते आग का गोला बन चुकी हैं. आखिर इसके पीछे का कारण क्या है? किन तरीकों से अपनी गाड़ी को हम इन घटनाओं का शिकार होने से बचा सकते है? इसी पर लोकल 18 की टीम ने एक्सपर्ट से बात की.
जल्दबाजी में की गई गाड़ी की सर्विस हो सकती है खतरनाक
पिछले 25 वर्षों से मोटर मैकेनिक का काम कर रहे प्रदीप ढालिया ने बताया कि आजकल गाड़ियों में आग लगने का सबसे मुख्य कारण वायरिंग का है. इस पर अतिरिक्त दबाव पड़ने से शॉर्ट सर्किट हो जाता है. इसके अलावा लोग कई बार नॉन -ऑथराइज्ड मैकेनिक के पास काम कराने के लिए चले जाते हैं. इनकी लापरवाही की वजह से भी गाड़ी में आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा फ्यूल लीकेज, सीएनजी किट में लापरवाही होने के चलते भी ऐसे हादसे हो जाते हैं.
गाड़ी में सेफ्टी टूल जरूर रखें
गाजियाबाद के मुख्य अग्निश्मन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि आजकल सभी गाड़ी इलेक्ट्रॉनिक है. इनमें बहुत ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक का काम है. लगभग 1 साल में 57 ऐसी गाड़ियों की कॉल आई है जो चलते-चलते जल गई. इसमें तत्काल प्रभाव से फायर विभाग की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू किया. ऐसी घटनाएं होने के कुछ मुख्य कारण जैसे- बाहर की एसेसरीज बहुत ज्यादा लगा लेना. गाड़ी की टाइम से सर्विसिंग न कराना, लगातार गाड़ी चलाते जाना और उसको रेस्ट नहीं देना, गाड़ी को भी एक निर्धारित समय पर आराम देना चाहिए.
धुएं को ना करें नजरअंदाज
अगर कभी गाड़ी में चलते-चलते आग लग जाए तो सबसे पहले अपनी गाड़ी में एक हैमर रखें. जो खिड़की तोड़कर आपको बाहर आने में मदद कर सके. कभी गाड़ी चलाते समय थोड़ा सा भी धुआं नजर आए तो उसे नजरअंदाज न करें. गाड़ी रोक कर देखें कि क्या समस्या है.
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FIRST PUBLISHED : March 12, 2024, 15:19 IST