{“_id”:”67610239d343c69504070be5″,”slug”:”sambhal-shiv-mandir-balcony-of-a-house-near-temple-was-broken-action-to-remove-encroachment-continues-2024-12-17″,”kind”:”feature-story”,”standing”:”publish”,”title_hn”:”Sambhal Shiv Mandir: मंदिर के पास घर का छज्जा तोड़ा…अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी; मकान मालिक ने कही ये बात”,”class”:{“title”:”Metropolis & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}

संभल में बंद मंदिर खोला गया
– फोटो : संवाद
विस्तार
संभल में शिव-हनुमान मंदिर के पास स्थित एक घर के मालिक ने खुद ही अवैध छज्जे को तोड़ दिया। मंदिर और आस-पास की इमारतों में मलबा गिरने से बचाने के लिए मकान मालिक ने घर के एक अवैध हिस्से को ढककर हटाया।
संभल में 46 साल बाद खुले शिव मंदिर के पास से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार हो रही है। लोग खुद भी अतिक्रमण हटा रहे हैं। मंगलवार को मंदिर के बगल में एक मकान का छज्जा तोड़ा गया। मकान मालिक ने इसे खुद ही तुड़वा दिया। मकान मालिक का कहना है कि मंदिर ढक रहा था। इसलिए अब खुद ही छज्जा तुड़वाया है।
14 दिसंबर को जिला पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मंदिर की खोज की गई थी। स्थानीय प्रशासन ने संभल में अतिक्रमण विरोधी अभियान जारी रखा।
#WATCH | Uttar Pradesh: The proprietor of a home situated close to the Shiv-Hanuman Temple in Sambhal removes an unlawful a part of his home by protecting it, to keep away from particles falling into the temple and close by buildings.
The temple was found throughout an anti-encroachment drive carried… pic.twitter.com/Kgt1WfXD4F— ANI (@ANI) December 17, 2024
खग्गू सराय में मिले शिव मंदिर में श्रद्धालुओं दिनभर की पूजा-अर्चना
इससे पहले, संभल के नगर के खग्गू सराय में 46 साल बाद शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु दर्शन के लिए सोमवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। महिलाओं ने भजन कीर्तन कर माहौल भक्तिमय बनाया। कीर्तन में अलग-अलग इलाके की महिलाएं शामिल हुईं।
प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन के लिए शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी पहुंच रहे हैं। सोमवार को दिनभर लोगों ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। आचार्य वैभव कृष्ण शास्त्री ने बताया कि सुबह से शाम तक 500 से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं। बताया कि सुबह 6:30 बजे से मंदिर के दर्शन शुरू हुए थे।