जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने आज राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (RJS) का रिजल्ट घोषित कर दिया है. हनुमानगढ़ की राधिका बंसल ने टॉप किया है. डेंटिस्ट परमा चौधरी ने तीसरी रैंक हासिल की. RJS रिजल्ट के टॉप-10 अभ्यर्थियों में 9 बेटियां शामिल हैं. इस बार का रिजल्ट ओबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) कैटेगरी के तनुराग सिंह चौहान ने 187.5 अकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है.
RJS भर्ती में 222 कैंडिडेट पास हुए हैं. इनमें जनरल कैटेगरी में 92 कैंडिडेट, SC कैटेगरी में 35, ST कैटेगरी में 24, EWS कैटेगरी में 21, OBC-MBC (नॉन क्रीमीलेयर) कैटेगरी में 45, MBC (नॉन क्रीमी लेयर) कैटेगरी में 5 कैंडिडेट पास हुए हैं. परीक्षा की अधिसूचना 9 अप्रैल 2024 को राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा वेबसाइट पर जारी की गई थी. आरजेएस की प्रीलिम परीक्षा 23 जून को कराई गई थी जबकि इसकी मुख्य परीक्षा 31 अगस्त और 1 सितंबर को आयोजित कराई गई थी. प्रीलिम के नतीजे 15 जुलाई को और मुख्य परीक्षा के नतीजे 1 अक्टूबर को घोषित किए गए थे. इसके बाद साक्षात्कार का आयोजन किया गया था.
महिलाओं का रहा शानदार प्रदर्शन
राजस्थान जूडिशियल सर्विस परीक्षा में इस साल के परिणामों में महिलाओं ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है. आज (27 अक्टूबर) को हाई कोर्ट की वेबसाइट पर जारी किए गए नतीजों में टॉप 10 में 9 लड़कियां हैं, और टॉप 20 में कुल 16 लड़कियां शामिल है. 20 स्थानों में आने वाले छात्र-छात्राओं में राधिका बंसल, तनुराग सिंह चौहान, प्रामा चौधरी, आर्ची गुप्ता, दीपिका कचोलिया, आशिका जैन, लवली चांदनी, प्रियंका बाजपेयी, राजनंदिनी लोढ़ा, शिवामी शर्मा, श्रेया गोयल, रेखा चौधरी, अंशिका, उर्वी पांडे, हितेन जोशी, दीपांजिल जादौन, ईशा शर्मा, राघवेंद्र दाधीच, इशपाल सिंह, और आशा शर्मा ने अपनी जगह बनाई है. इन सभी की नियुक्ति राजस्थान के अलग-अलग कोर्ट में सिविल जज के रूप में होगी.
पाली की निकिता जैन की 117 वीं रैंक
पाली की निकिता जैन ने तीसरे अटेम्प्ट में 117 वीं रैंक हासिल की है. निकिता वर्तमान में अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में JLO की पोस्ट पर कार्यरत हैं. उनके पिता कपड़े की ट्रेडिंग करते हैं. वहीं माता गृहिणी हैं. निकिता जैन के जेसे की परीक्षा का रिजल्ट आते ही परिवार जानो में ख़ुशी का मोहल नजर आ रहा है.
पति के बाद पत्नी भी बनी जज
सीकर की शिवानी शर्मा ने 10वीं रैंक हासिल की है. उनका यह दूसरा अटेम्प्ट था. शिवानी के पति विशाल शर्मा भरतपुर में सिविल जज हैं. वहीं पिता अनिल शर्मा ट्रांसपोर्ट व्यापारी हैं. उनकी मां मंजू शर्मा गृहणी हैं.
बेटी के चयन पर नाचने लगा परिवार
नागौर की वर्षा सैनी ने 54वीं रैंक हासिल की है. यह उनका दूसरा अटेम्प्ट था. वर्षा के पिता राजेंद्र टांक और मां मुन्नी देवड़ा सरकारी टीचर हैं. रिजल्ट आते ही परिजनों ने घर के बाहर DJ बुला लिया. इसके बाद वर्षा और उनके परिजनों ने जमकर डांस किया.
बहू के जज बनने की खुशी से झूम उठा परिवार
चूरू की परमा चौधरी ने (38) पहले प्रयास में बिना कोचिंग किए आरजेएस में तीसरी रैंक हासिल की. 2010 में उन्होंने बीडीएस किया और फिर डेंटिस्ट के रूप में आमजन की सेवा की. शादी के बाद भी, उन्होंने अपने करियर को जारी रखा और अपने पति, ससुर और ताऊ ससुर से प्रेरणा पाकर 2020 में चूरू के लॉ कॉलेज से एलएलबी की. इसके बाद भी परमा चौधरी ने अपनी डॉक्टरी का पेशा जारी रखा. उनकी इस उपलब्धि पर उनका परिवार बेहद खुश हैं. बहू के जज बनने की सूचना मिलने पर परिवार के लोग खुशी से झूम उठे.
पहले अटेम्प्ट में देवयानी ने हासिल की सफलता
बीकानेर की देवयानी शर्मा ने पहले अटेम्प्ट में RJS परीक्षा पास की है. उनकी 26वीं रैंक आई है. देवयानी के पिता की लैब है, वहीं माताज गृहणी हैं. देवयानी शर्मा ने पहले अटेम्प्ट परीक्षा पास करने के साथ ही पूरा परिवार में ख़ुशी का मोहल है.
जूडिशियल सर्विस परीक्षा का प्रारूप
जूडिशियल सर्विस परीक्षा के प्रीलिम में ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं जबकि मुख्य परीक्षा के सवाल सब्जेक्टिव होते हैं. इसके बाद इंटरव्यू आयोजित किया जाता है. प्रीलिम परीक्षा के सवाल विधि के अलावा हिंदी और अंग्रेजी विषय से जुड़े होते हैं. मुख्य परीक्षा में भी विधि के अतिरिक्त हिंदी और अंग्रेजी के सवाल होते हैं. इसमें हिंदी और अंग्रेजी के लेख लिखने होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 21:18 IST