
सांकेतिक तस्वीर
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दौसा के महवा में स्थित एक स्कूली बच्चे के साथ अमानवीय व्यवहार करने का मामला सामने आया है। एक तरफ जहां सरकार की कड़ी चेतावनी है कि बच्चों की स्कूल में पिटाई न की जाए और न ही उन्हें मानसिक प्रताड़ित किया जाए। लेकिन उसके बाद भी कुछ निजी विद्यालय अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे, जिसकी वजह से शिक्षा को पिटाई की पाठशाला बनाई जा रही है।
पीड़ित बालक के पिता विष्णु योगी की माने तो महवा के हिंडौन रोड स्थित लॉर्ड कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल में गत वर्ष राज्य सरकार की आरटीई योजना के तहत मजदूर पिता ने अपने बच्चे का एडमिशन करवाया था। लेकिन चार साल के मासूम के पिता विष्णु योगी को यह कहां पता था कि जहां वह बच्चे का भविष्य बनाने को लेकर शिक्षा के मंदिर में बच्चे को भर्ती कराए हैं। वहीं, उसके साथ मारपिटाई की जाएगी।
विष्णु योगी का आरोप है, पिछले कई दिनों से छोटे से बालक के साथ विद्यालय के टीचर जिनमें स्कूल की ही एक अध्यापिका जिनका नाम पूजा बताया जा रहा है। वो अनावश्यक रूप से बच्चे के साथ मारपीट करती आ रही है। जब विद्यालय प्रबंधन को इस बारे में शिकायत की गई तो उल्टा उन्होंने बच्चे के परिजनों को ही डरा धमकाकर नुकसान उठाने की धमकी देने लगे। बच्चे के पिता ने बताया कि दो दिन पहले जब मासूम घर आया तो उसके साथ विद्यालय में की गई अमानवीय अत्याचारों की कहानी और खुलकर सामने आई।
उधर, मामला तब सामने आया जब बच्चा घर जाकर कपड़े बदला तो उसके शरीर पर डंडे के निशान देख मजदूर पिता की आंखे भर आईं और पुलिस थाने में जाने के लिए निकला। लेकिन बीच में ही विद्यालय प्रबंधन द्वारा उसे डरा धमकाकर रोक दिया गया। पीड़ित विष्णु ने विद्यालय पर आरोप लगाते हुए बताया, मैंने राज्य सरकार की शिक्षा के अधिकार योजना के तहत फॉर्म भरकर लॉर्ड कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल में क्लॉस एलकेजी में बच्चे का दाखिला करवाया था। लेकिन शायद फीस के पैसे के फेर में बच्चों के साथ निरंतर विद्यालय प्रबंधन बुरी तरह से मारपीट करते हुए अमानवीय अत्याचार कर रहा है।
विष्णु योगी की माने तो जब वो थाने जाने लगे तो विद्यालय प्रबंधन की ओर से कई लोग मेरे कार्यस्थल पर ही मुझे डराने धमकाने आ गए और मुझ पर जबरन राजीनामा का दबाव बनाने लगे। उनका कहना है कि मैंने तो गरीबी के चलते सरकार की योजना में फॉर्म भरकर बच्चे को पढ़ने भेजा है। योगी का कहना है कि विद्यालय के अध्यापक मेरे बच्चे के साथ इस तरह से गंभीर मारपीट कर रहे हैं। इसलिए उनके खिलाफ हर तरीके की कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।