
महिला को समझा कर वापस भेजने के लिए मनाते नर सेवा समिति के प्रधान राजू
– फोटो : संवाद
विस्तार
पंजाब के अबोहर के वाटर वर्क्स में लगभग दो साल पहले आत्महत्या करने वाले युवक की बड़ी बहन बुधवार शाम अमृतसर से अबोहर के उसी वाटर वर्क्स में आत्महत्या करने के लिए पहुंची लेकिन समय रहते और सतर्कता बरतते हुए शहर की नर सेवा नारायण सेवा समिति की टीम ने उसे बचा लिया। गुरुवार को उसे उसके पति व परिजनों के हवाले कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार पिछले साल जनवरी माह में अबोहर में अपनी छोटी बहन को बीएसएफ की परीक्षा दिलाने पहुंचे युवक ने संदिग्ध हालात में अबोहर के वाटर वर्क्स में आत्महत्या कर ली थी, जिसके कारणों का आज तक पता नहीं चल पाया।
इधर, उक्त मृतक की अमृतसर में रहने बड़ी बहन जो खुद वहां काल सेंटर पर काम करती है और उसका पति वहां कैब चलाता है। बुधवार बाद दोपहर अपनी बेटी को वहीं छोड़कर बस से अबोहर आ गई।
जब महिला के पति ने उसका फोन देखा तो उस पर अबोहर के बीएसएफ के निकट वाटर वर्क्स का मैप सर्च किया हुआ था, जिस पर उसे शक हुआ कि उसकी पत्नी फोन यहां छोड़कर खुद अबोहर के उसी वाटर वर्क्स में जा रही है, जहां उसके भाई की मौत हुई थी। उसने तुरंत इस बात की सूचना नर सेवा नारायण सेवा समिति सदस्यों के प्रधान राजू चराया को दी।
चराया ने तुरंत पुलिस को भी सूचित किया और खुद अपने साथियों सहित वाटर वर्क्स में पहुंचकर पहरा लगा दिया। शाम करीब साढ़े 5 बजे वह महिला ऑटो पर वाटर वर्क्स के सामने उतरी और अंदर जाने लगी तो राजू चराया ने उसे रोक लिया, लेकिन महिला ने रोते हुए आत्महत्या करने की बात की। इसके बाद राजू चराया ने उसे समझाकर और उसकी काउंसलिंग की और उसके परिजनों को सूचित किया।
इधर, अमृतसर से चला महिला का पति व उसका चचेरा भाई रात करीब साढ़े 9 बजे अबोहर पहुंचे तो पुलिस के सामने उसके बयान दर्ज करवाते हुए उसे परिजनों के हवाले किया गया। महिला का कहना था कि उसका अपने भाई से काफी लगाव था और उसकी याद ही उसे बार-बार यहां खींच लाती है।