
जे पी नड्डा
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देशभर में लोकसभा चुनाव की बयार चल रही है। पूर्वोत्तर और दक्षिण के किलों को फतह करने के लिए भाजपा पूरा जोर लगा रही है। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि मोदी सरकार के राज में पूर्वोत्तर का शेष भारत के साथ एकीकरण हुआ। असम के कोकराझार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पूर्वोत्तर की उपेक्षा करते हुए इसे अलग थलग कर दिया था। नड्डा ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को लोगों की खुशियों से कोई लेना देना नहीं हैं और वे अलग अलग घोटालों से खुद को बचाने में लगे हुए हैं।
मोदी राज में असम में लौटी शांति- जेपी नड्डा
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन काल में राजनीति का चरित्र, परिभाषा और कार्यशैली का तरीका बदला है। बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) के मुख्यालय कोकराझार में एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि एनडीए सरकार द्वारा शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद इस क्षेत्र में शांति लौट आई है।
उन्होंने दावा किया कि पिछले दस वर्षों में इस क्षेत्र में विद्रोही हमलों और लोगों की मौत की संख्या में भारी कमी आई है।
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की नीतियों की वजह से पूर्वोत्तर अलग-थलग पड़ गया था। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार की वजह से यह क्षेत्र देश के बाकी हिस्सों से जुड़ पाया। नड्डा ने इस बात पर जोर दिया कि दस वर्ष पहले जब यहां के लोग दिल्ली आते थे, तो उनसे पूछा जाता था कि आप किस देश से हो लेकिन अब ऐसा नहीं है।
पूर्वोत्तर के विकास के लिए पांच लाख करोड़ खर्च किए- नड्डा
जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पहले कोकराझार आंदोलनों, जातीय संघर्ष, बंद, विस्फोट, नाकेबंदी और हड़ताल के लिए जाना जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने जनवरी 2020 में किए गए बोडो शांति समझौते को 21वीं सदी के सबसे महत्वपूर्ण समझौता बताया। नड्डा ने कहा कि शांति समझौते के तहत मोदी सरकार ने इस क्षेत्र के विकास के लिए 1500 करोड़ रुपये दिए थे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पूर्वोत्तर के 70 फीसदी हिस्सों से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम हटा दिया गया है। पूर्वोत्तर के विकास के लिए बीते पांच साल में पांच लाख करोड़ खर्च किए गए हैं।
नड्डा ने विपक्ष पर साधा निशाना
नड्डा ने कहा कि उत्तर-पूर्व के विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ को ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ में बदला गया और इस वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दस सालों में इस क्षेत्र का 70 बार दौरा किया। इसके अलावा बीते दशक में केंद्रीय मंत्रियों ने 680 बार पूर्वोत्तर का दौरा किया। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन नेताओं को यहां के लोगों से कोई लेना देना नहीं है लेकिन जब चुनाव सामने आता है, तो अपने मतलब के लिए वोट मांगने आ जाते हैं।