
नेस्ले
– फोटो : i stock
विस्तार
नेस्ले गरीब देशों में बेचे जाने वाले शिशु दूध में चीनी मिलता है, लेकिन यूरोप या ब्रिटेन के अपने मुख्य बाजारों में नहीं। नेस्ले के दो सबसे ज्यादा बिकने वाले बेबी फूड ब्रांड्स में चीन की अधिक मात्रा पाई गई है। जबकि यही उत्पाद ब्रिटेन, जर्मनी, स्विट्जरलैंड और अन्य विकसित देशों में बगैर चीनी के बेचे जा रहे हैं। पब्लिक आई की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। दुनिया की सबसे बड़ी उपभोक्ता उत्पाद कंपनी नेस्ले के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि वह दूध और बच्चों से जुड़े उत्पादों में मोटापे और गंभीर बीमारियों को रोकने के लिए जारी दिशानिर्देशों के विपरीत चीनी और शहद जैसी चीजें मिला रही है।
नेस्ले की ओर से किया गया उल्लंघन कंपनी के एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिकी देशों के उत्पादों में देखा गया है। रिपोर्ट के अनुसार भारत में बिकने वाले नेस्ले के बच्चों से जुड़े उत्पादों की हर सर्विंग में करीब 3 ग्राम चीनी पाई गई है। चीनी की इस मात्रा के बारे में पैकेट पर कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
नेस्ले की ओर से गरीब और विकासशील देशों में बेचे जा रहे उत्पादों में चीनी मिलाने का खुलासा तब हुआ जब स्विस जांच संगठन पब्लिक आई और आईबीएफएएन (इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क) ने एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में बेचे जाने वाले कंपनी के बेबी फूड उत्पादों के नमूने बेल्जियम की प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजे।