
भोपाल आरजीपीवी
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भोपाल की राजीव गांधी प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी में सरकारी खाते 19.48 करोड़ रुपये प्राइवेट खाते में ट्रांसफर करने के मामले में फरार पूर्व कुलपति डॉ. सुनील कुमार, पूर्व रजिस्टार आरएस राजपूत और सेवानिवृत्ति कंट्रोलर ऋषिकेश वर्मा पर पुलिस ने इनाम की राशि बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दी। साथ ही आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी। इसके लिए पुलिस ने न्यायालय में आवेदन दिया है। पूर्व कुलपति डॉ. सुनील कुमार और पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत की पत्नी और बेटों से उनके बारे में पूछताछ की जा रही है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई
फरारी आरोपी डॉ. सुनील कुमार गुप्ता, आरके सिंह राजपूत और ऋषिकेश वर्मा की गिरफ्तारी के लिए सहायक पुलिस आयुक्त बैरागढ़, सहायक पुलिस आयुक्त निशातपुरा एवं साइबर सेल व थाना प्रभारी गांधी नगर के नेतृत्व में तीन टीमें बनाई गई है। टीमें अलग-अलग स्थानों पर आरोपियों की लगातार तलाश कर रही है। फरार आरोपियों के बैंक अकाउंट एवं ट्रांजेक्शन को ब्लॉक व फ्रीज कराने के लिए कार्रवाई की जा रही है। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कराए गए हैं।
आरोपियों के 58 लाख फ्रीज किए
इस मामले में पुलिस ने बैंक कर्मचारी आरोपी कुमार मयंक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, दलित संघ सुहागपुर के सदस्य सुनील रघुवंशी को गिरफ्तार कर नौ अप्रैल तक रिमांड पर लिया गया है। वहीं, एक्सेस बैंक के तत्कालीन मैनेजर रामकुमार रघुवंशी को भी गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने कुमार मयंक से 6 लाख 60 हजार रुपये नकद, 15 लाख 68 हजार 348 रुपये एसबीआई अकाउंट से, 94 हजार 492 रुपये जीवन फाइनेंस बैंक से, 1 लाख 4 हजार रुपये एक्सेस बैंक, 34 लाख 71 हजार 375 रुपये आरबीएल बैंक के फ्रीज कराए गए है। इसमें आरोपी रामकुमार रघुवंशी और सुनील रघुवंशी पुलिस की रिमांड पर हैं। वहीं, कुमार मयंक को पुलिस ने 22 मार्च को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। उसे पांच दिन की रिमांड के बाद 27 मार्च को जेल भेज दिया गया।