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Damoh Information: दमोह में एमपी पुलिस के दो जवानों पर दबंगों ने हमला कर दिया. 35-40 लोगों ने जो तांडव मचाया, जानकर उड़ जाएंगे होश!

दमोह पुलिस पर हमला.
हाइलाइट्स
- दमोह में पुलिस पर 35-40 लोगों ने हमला किया
- पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर पीटा और जबरन शराब पिलाई
- हमलावरों ने पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने की कोशिश की
रिपोर्ट: आशीष कुमार जैन/दमोह
मध्य प्रदेश के दमोह से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. खबर ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है. जिले के मगरोन थाना क्षेत्र में डायल-100 की टीम पर ग्रामीणों द्वारा जानलेवा हमला किया गया. इस हमले में पुलिस आरक्षक बलराम लोधी और डायल-100 के पायलट मनोज राजपूत गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनका इलाज जारी है.
घटना सोमवार रात करीब 8 बजे की है. जब पुलिस कंट्रोल रूम से मगरोन थाना की डायल-100 टीम को पेरवारा गांव भेजा गया. सूचना थी कि कुछ लोग गांव में एक जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे हैं. माहौल बिगाड़ रहे हैं. जब आरक्षक बलराम लोधी और पायलट मनोज राजपूत मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद 30-35 लोगों की भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया. हमलावरों ने पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन छीन लिए. उनके साथ बर्बरता की हदें पार करते हुए बेतहाशा मारपीट की.
जिंदा जलाने की कोशिश
इतना ही नहीं, आरक्षक को जबरन शराब पिलाई गई. पास खड़े एक ट्रैक्टर में आग लगाकर उसमें धकेलने की कोशिश की गई, ताकि उन्हें जिंदा जला दिया जाए. गनीमत रही कि दोनों किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से निकल पाए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. फिलहाल, घटना में शामिल आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जाएगी.
घायल आरक्षक बलराम लोधी ने आपबीती में बताया कि किस तरह उन्हें बंधक बनाकर मारा गया. जलाने की कोशिश की गई. वहीं, पायलट मनोज राजपूत ने भी कहा कि ऐसी भयावह स्थिति उन्होंने पहली बार देखी है. कोतवाली थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि यह पूरी तरह से सुनियोजित हमला था और पुलिस इसे बेहद गंभीरता से ले रही है. जल्द ही दोषियों को सख्त सजा दिलवाई जाएगी.
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