अभय कुमार/छपरा : यदि आप चाय के शौकीन हैं और मिट्टी की सोंधी खुश्बू चाहिए, तो कुल्हड़ वाली चाय का आनंद लीजिए. सारण जिला के NH-722 पर फुरसतपुर चौक के पास एक पुरानी और बहुत ही मशहूर कुल्हड़ चाय की दुकान है. जहां पर चाय की चुस्की लेने के लिए जो भी लोग गुजरते हैं, यहां जरूर आते हैं. मिट्टी के बर्तन में बने इस चाय की गजब टेस्ट है. बहुत सारे लोगों की भीड़ लगी रहती है उस दुकान पर. चाय वाले रमेश जी बताते हैं कि हम शुद्धता और गुणवत्ता पर पूरा ध्यान देते हैं, जिसके कारण हमारी चाय ज्यादा मशहूर है.
रोजाना 400 कप भी पड़ता है कम
रमेश बताते हैं कि रोज करीब 400 कप चाय बेच देते हैं और एक कप चाय का कीमत मात्र ₹10 है. कहा जाता है कि चाय पीने की एक आदत होती है, लेकिन अगर किसी को चाय पीने की आदत ना हो और वो यहां का मटका चाय पी ले तो, उसे चाय पीने की आदत लग जाती है. चाय के साथ-साथ रमेश जी और भी बहुत सारी चीजें बेचते हैं. जिसमें लिट्टी-चोखा के साथ-साथ मिठाइयों की भी वैरायटी है. लेकिन, लोगों को सबसे ज्यादा पसंद है तो उनके हाथ की बनी चाय. आसपास भी कुछ वैसे ही चाय की दुकान खुल गई है, लेकिन जो स्वाद रमेश जी के चाय में आता है वह बाकियों में नहीं आता है.
चाय के पैसे से बनवाया राधे-कृष्ण मंदिर
रमेश जी ने लोकल 18 से बात करते हुए अपनी चाय की खासियत बताई. वो हंसते हुए बोलें की मिट्टी की बर्तन की सोंधी खुशबू लोगों को मिट्टी से जोड़ती है. मिट्टी का लगाव चाय की खासियत है जो, उसके गुणवता को और बढ़ा देती है. सुबह से लेकर रात तक लोगों की चाय पीने के लिए भीड़ लगी रहती है. आप जानते ही हैं चाय हो और चर्चा ना हो, इसलिए कह सकते हैं कि पूरे इलाके में यह दुकान चाय और चर्चा दोनों के लिए काफी मशहूर है. रमेश जी बताते हैं कि इसी दुकान की कमाई से राधे-कृष्ण की मंदिर बनवाए हैं. साथ ही 10 से 15 परसेंट लाभ धार्मिक कार्यों में लगा देते हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 20, 2024, 22:37 IST