जबलपुर में एक शातिर साइबर ठग ने कॉलेज का टीचर बनकर छात्रा को फोन किया और फीस वेरिफिकेशन के नाम पर ओटीपी हासिल कर उसके वॉट्सऐप को हैक कर लिया। इसके बाद, छात्रा के दोस्तों को मैसेज भेजकर फीस के लिए पैसे मांगे और हजारों रुपए ठग लिए।
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जब छात्रा के एक दोस्त को शक हुआ, तो मामला उजागर हुआ। इस ठग का नाम प्रभात कुमार गुप्ता(22) है, जो कि अनूपपुर जिले के कोतमा, केवट मोहल्ले का रहने वाला है। गुरुवार रात को लार्डगंज थाना पुलिस की टीम ने आरोपी को उसके घर, कोतमा से गिरफ्तार किया।
वहीं, शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड ली गई। पुलिस का मानना है कि प्रभात से पूछताछ के दौरान न केवल इसके कई साथियों के नामों का खुलासा हो सकता है, बल्कि यह भी पता लगाया जाएगा कि अब तक इसने कितने स्टूडेंट्स के साथ ठगी की है।

ठग ने छात्रा के दोस्तों से 40 हजार रूपए से ज्यादा की ठगी की।
टीचर बनकर कॉल किया, आपकी फीस जमा नहीं हुई
जबलपुर के खालसा कॉलेज में पढ़ने वाली सेकेंड ईयर की छात्रा के मोबाइल पर 4 फरवरी 2025 को 9303321170 से एक कॉल आया। ठग ने खुद को कॉलेज का टीचर अमित बताया। ऐसे में सर की आवाज सुनकर छात्रा “जी सर, जी सर” कहते हुए उससे बात करने लगी।
अमित सर नामक व्यक्ति ने छात्रा से कहा कि आपकी फीस पूरी जमा नहीं हुई है, जल्द से जल्द इसे जमा नहीं किया गया तो परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। कॉलेज से वेरिफिकेशन का काम चल रहा है, आपके मोबाइल नंबर पर एक कन्फर्मेशन कोड आएगा, जिसे मुझे बता दीजिए।
छात्रा के मोबाइल पर जैसे ही ओटीपी आया, उसने वह कोड बता दिया। इसके तुरंत बाद फोन कट गया। छात्रा को लगा कि उसके मोबाइल पर कॉलेज से कॉल आया था, लेकिन असल में साइबर ठग ने ओटीपी के जरिए उसका मोबाइल हैक कर लिया था।

जबलपुर के माता गुजरी, मानकुंवर बाई, खालसा कॉलेज समेत अन्य कॉलेजों के स्टूडेंट्स से भी ठगी हुई।
वॉट्सऐप हैक कर छात्रा के दोस्तो से मांगे रुपए
सेकेंड ईयर की छात्रा को वॉट्सऐप हैक होने की कोई जानकारी नहीं थी। 5 फरवरी को साइबर ठग ने छात्रा के हैक किए गए वॉट्सऐप नंबर से उसके दोस्तों को मैसेज करना शुरू कर दिया। ठग ने छात्रा के वॉट्सऐप से उसके कई साथियों को मैसेज भेजे, जिसमें लिखा था कि उसे कॉलेज की फीस जमा करनी है, लेकिन कुछ पैसे कम पड़ रहे हैं, इसलिए 1,000 रुपए की जरूरत है।
जब दोस्तों ने मैसेज का जवाब दिया, तो ठग ने उन्हें अपना क्यूआर कोड भेजा और पैसे ट्रांसफर करवा लिए। छात्रा का वॉट्सऐप हैक करने के बाद ठग ने उसके सारे नंबर निकाल लिए थे और तीन से चार दिन तक लगातार छात्रा के दोस्तों को फीस का बहाना बनाकर किसी से 500, किसी से 1,000, तो किसी से 2,000 रुपए ठगता रहा।
करीब दो दर्जन से अधिक छात्राओं से हजारों रुपए की ठगी हो चुकी थी। शातिर ठग यह जानता था कि 500 से 1,000 रुपए की मदद मांगने पर किसी को शक भी नहीं होगा और आसानी से पैसे मिल जाएंगे।

आरोपी अनूपपुर का रहने वाला है। आईटीआई से डिप्लोमा किया हुआ है।
ज्यादा पैसों की मांग की तो दोस्त को हुआ शक
साइबर ठग द्वारा वॉट्सऐप हैक किए जाने की जानकारी छात्रा को नहीं थी। इधर, ठग का ठगी करने का सिलसिला जारी रहा। दो दिन बाद, छात्रा के दोस्त अभिषेक से भी 18 हजार रूपए की मांग की।
ऐसे में उसने पैसे तो ट्रांसफर कर दिए, लेकिन जब छात्रा को कॉल किया और पैसे मांगने की वजह पूछी, तो वह चौंक गई। छात्रा ने बताया कि न ही उसे पैसे की जरूरत थी और न ही उसने किसी को कोई मैसेज किया था।
अभिषेक को यह समझते देर नहीं लगी कि साइबर ठग ने उसकी दोस्त का वॉट्सऐप हैक कर लिया है। अगले दिन छात्रा लार्डगंज थाना पुलिस पहुंची और अपने साथ हुई साइबर ठगी की शिकायत दर्ज करवाई।
सीएसपी ने टीम के साथ शुरू की जांच
जिस नंबर से 4 फरवरी को “अमित सर” बनकर छात्रा के मोबाइल पर कॉल आया था, उसकी साइबर टीम ने जब जांच की, तो 9303321170 नंबर प्रभात कुमार साहू, पिता छोटे लाल साहू, वार्ड नंबर 3, बादरा केवट मोहल्ला, कोतमा, अनूपपुर का निकला।
साइबर टीम ने यह भी पता लगाया कि ऑनलाइन माध्यम से देवेंद्र चौधरी के स्कैनर कोड पर सारे रुपए ट्रांसफर किए गए थे। यह खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में मुस्कान चौधरी के नाम से एक्टिव था। इस खाते में अलग-अलग तारीखों में यूपीआई के माध्यम से करीब 24,000 रुपए जमा किए गए थे, जिन्हें बाद में दूसरे खाते में ट्रांसफर करवा लिया गया था।

सीएसपी रितेश शिव ने बताया स्टूडेंट्स से ठगी पर आरोपी से पूछताछ जारी है।
आईटीआई पास है आरोपी ठग प्रभात
जबलपुर की मदनमहल थाना पुलिस की टीम ने गुरुवार रात को कोतमा से प्रभात गुप्ता को हिरासत में लिया। जब पूछताछ की गई, तो उसने माना कि उसने कॉलेज का “अमित सर” बनकर छात्रा के मोबाइल पर कॉल किया था और फीस के नाम पर ओटीपी लेकर वॉट्सऐप हैक कर लिया था।
बाद में, उसी छात्रा के दोस्तों को मैसेज कर फीस के लिए पैसों की जरूरत बताई और ठगी की। साइबर ठग ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी एक दोस्त, मुस्कान के खाते में रुपए ट्रांसफर करवाए थे, जिन्हें बाद में निकाल लिया गया था।
प्रभात ने पूछताछ में बताया कि उसने करीब 50,000 रुपए की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपी के पास से एक मोबाइल, कुछ सिम कार्ड और 13,500 रुपए जब्त किए हैं।
पूछताछ में सामने आए अन्य कॉलेजों के नाम
सीएसपी रितेश शिव ने बताया कि अनूपपुर जिले का रहने वाला 22 साल का प्रभात साहू आईटीआई पास है। उसे पता था कि लड़कियां, जो आपस में दोस्त होती हैं, आसानी से एक-दूसरे की मदद कर देती हैं।
यही वजह थी कि उसने सबसे पहले कॉलेज का टीचर बनकर एक छात्रा का वॉट्सऐप हैक किया और फिर उसी छात्रा के दोस्तों को मैसेज भेजकर मदद के नाम पर पैसे मांगे।
जबलपुर के माता गुजरी, मानकुंवर बाई, खालसा कॉलेज सहित कुछ अन्य कॉलेजों में भी इसी तरह की साइबर ठगी हुई है। पुलिस अब इन सभी कॉलेजों में हुई साइबर ठगी के विषय में आरोपी से पूछताछ कर रही है।