
उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने के बाद सीएम एकनाथ शिंदे के साथ रवींद्र वायकर
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महाराष्ट्र की राजनीति में विधायकों का दल बदलना परिपाटी सी बनती दिख रही है। आए दिन विधायक एक खेमे से दूसरे में जा रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में शिवसेना (यूबीटी / उद्धव बालासाहेब ठाकरे) कैंप के विधायक ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व पर भरोसा दिखाया है। रविवार को विधायक रवींद्र वायकर ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर सीएम शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ज्वाइन कर ली। वायकर जोगेश्वरी विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं।
बालासाहेब के आदर्शों से प्रेरित होकर बदली पार्टी
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के करीबी रहे वायकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष और चार बार पार्षद भी रह चुके हैं। उन्होंने एकनाथ शिंदे का दामन थामने और पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा, वे दिवंगत बालासाहेब के आदर्शों से प्रेरित होकर एकनाथ शिंदे के साथ आए हैं। वायकर ने कहा, ‘शिंदे विकास कार्यों पर तेजी से फैसले ले रहे हैं। अगर ये काम पूरे नहीं हुए तो मैं अपने लोगों का सामना नहीं कर पाऊंगा।’
भूखंड पर लग्जरी होटल का निर्माण
यह भी दिलचस्प है कि वायकर के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय एक मामले की जांच कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक लग्जरी होटल बनाने के लिए जमीन (civic plot) के दुरुपयोग मामले में वायकर ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड के किनारे खेल और मनोरंजन गतिविधि के लिए उक्त जमीन का इस्तेमाल किया जाना था। हालांकि, भूखंड पर लग्जरी होटल का निर्माण हो गया। जनवरी और जुलाई 2021 के बीच कथित तौर पर बीएमसी को गुमराह करने और धोखाधड़ी से अनुमति पाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
एक दिन पहले उद्धव के साथ, अगले ही दिन बदला पाला
इस एफआईआर के अनुसार, बीएमसी ने यह प्लॉट वायकर और अन्य लोगों को सार्वजनिक उपयोग के लिए आवंटित किया गया, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर करोड़ों रुपये कमाने के लिए जमीन का व्यावसायिक इस्तेमाल किया। ईडी की जांच के बीच उन्होंने खेमा बदलने का फैसला लिया है। मुंबई की जोगेश्वरी विधानसभा सीट से विधायक वायकर एक दिन पहले हुई बैठक में उद्धव के साथ दिखे थे। इसमें मुंबई उत्तर पश्चिम संसदीय सीट पर मंथन किया गया। अगले ही दिन रविवार को वायकर मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा पहुंचे और पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।