
राजनीतिक दलों के नेताओं से चर्चा
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अमर उजाला के चुनावी रथ “सत्ता का संग्राम” में बुलंदशहर जिले में राजनीतिक दलों के अलग-अलग नेताओं से बातचीत की और स्थानीय मुद्दों की नब्ज को टटोला। पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही अपनी-अपनी राय रखी। यह कार्यक्रम बुलंदशहर के सेंट मोमिना स्कूल में आयोजित हुआ।
बुलंदशहर में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने मुद्दे रखे। सत्ता पक्ष ने कहा कि वह जनता के बीच विकास का मुद्दा लेकर जाएगा। लेकिन वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने कहा कि हम शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों को लेकर जाएंगे।
सबसे पहले बुलंदशहर से भाजपा प्रत्याशी भोला सिंह ने कहा कि 10 साल में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम किया। गरीब लोगों तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाया और क्षेत्र का विकास किया है। भाजपा विकास को लेकर आगे बढ़ रही है। हमारा मुद्दा विकास का मुद्दा है। दस साल से वही चल रहा है और आगे भी वही चलता रहेगा।
सपा नेता ने चर्चा के दौरान कहा कि मेरा सबसे पहला सवाल सांसद जी से ही है। हमारा गांव उनकी ही लोकसभा क्षेत्र में है। सपा सरकार में गर्ल्स कॉलेज बना, लेंटर पड़ गया। लेकिन अब काम बंद है। अस्पताल बना दिया, उपकरण लेकर आ गए, लेकिन अभी तक अस्पताल चालू नहीं हुआ। ये इनकी उपलब्धि है। आज तक गर्ल्स कॉलेज शुरू नहीं हुआ ये इनकी उपलब्धि है। भाईचारा अपना अलग है। हीरे पर जीएसटी तीन फीसदी और किताबों पर जीएसटी 18 फीसदी है। ये जीएसटी खत्म होनी चाहिए। युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए। उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है। शिक्षा महंगी हो गई है। इन मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देखिए इनका एक ही नारा है। आईटी, ईडी और सीबीआई इस सरकार की, आप समझ रहे हैं मैं क्या बोल रहा हूं। 400 पार इनका अहंकार और ईडी, सीबीआई इनकी। महिला नेता ने कहा कि जनता के बीच में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार यह हमारे अहम मुद्दे हैं। इनके साथ ही हम जनता के बीच में जाएंगे। जो भी ये मुद्दे उठाएगा, उसके खिलाफ ये कदम उठा दिए जाएंगे। उसी को जेल भेजने की तैयारी की जाएगी।
आरएलडी नेता ने चर्चा के दौरान कहा कि हम गठबंधन के साथ हैं। जयंत चौधरी ने जो फैसला लिया है, हम उसके साथ हैं। पार्टी के अन्य नेता ने कहा कि आज तक यूपी में इतनी सरकारें आई हैं। लेकिन किसी भी सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न नहीं दिया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न दिया।
इस दौरान वहां मौजूद जनता ने ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए। इस बातचीत में सत्ता पक्ष ने कहा कि हम विकास का मुद्दा लोगों के बीच लेकर जाएंगे। लेकिन साथ इसलिए आए क्योंकि किसानों का सम्मन हुआ। लेकिन विपक्ष ने अधूरे कामों की लिस्ट सुना दी।