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Champions Trophy IND vs PAK: क्रिकेट में हमने कई बार देखा है कि जब कोई खिलाड़ी शतक के करीब होता है तो विरोधी टीम उसे सेंचुरी पूरी करने देती है, इसे ही खेल भावना कहा जाता है.

क्रिकेट में हमने कई बार देखा है कि जब कोई खिलाड़ी शतक के करीब होता है तो विरोधी टीम उसे सेंचुरी पूरी करने देती है, इसे ही खेल भावना कहा जाता है.
नई दिल्ली: क्रिकेट को जेंटलमेंस गेम कहा जाता है… लेकिन इतिहास गवाह रहा है कि पाकिस्तान का इस लाइन से कोई लेना-देना नहीं है. मैदान पर गालीगलौज, विरोधी तो विरोधी अपने टीममेट से ही भिड़ जाना. जीतने के लिए घटिया हरकत करना ये सब तो पाकिस्तानियों के खून में है, लेकिन बीती रात भारत के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में शाहीन शाह अफरीदी ने जो किया उससे पूरे पाकिस्तान को शर्म से डूबकर मर जाना चाहिए.
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में 23 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप ए मैच में भारत-पाकिस्तान की टक्कर थी. 241 रन के लक्ष्य के जवाब में भारत की ओर से चेज मास्टर विराट कोहली का बल्ला चला. उन्होंने विनिंग चौका लगाकर भारत को शानदार जीत दिलाई. अपनी 100 रन की नाबाद पारी में विराट ने न्यूट्रल वेन्यू पर लक्ष्य का पीछा करते हुए रिकॉर्ड 37वीं 50+ की पारी खेली.
विराट ने 43वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब खुशदिल शाह पर विनिंग चौका लगाया तो इससे वनडे इंटरनेशनल करियर का उनका 51वां शतक भी पूरा हुआ. मगर उससे पहले शाहीन शाह अफरीदी ने कोहली को बेईमानी के साथ शतक से रोकने का पूरा प्लान बना लिया था.
दरअसल, 41 ओवर में जब शाहीन शाह अफरीदी गेंदबाजी पर आए तो भारत का स्कोर 225/4 था. भारत को जीत के लिए नौ ओवर में 17 रन चाहिए थे जबकि विराट अपने शतक से 13 रन दूर थे. बस यहां से पाकिस्तानी पेसर शाहीन की घटिया हरकत शुरू हो गई. वह जानबूझकर वाइड गेंद फेंकने लगे. वो भी कोई छोटी वाइड नहीं बल्कि लेग साइड के बाहर ऐसी वाइड जिसे विकेटकीपर भी न पकड़ पाए और एक्स्ट्रा से ही बाउंड्री चली जाए.
विराट कोहली के साथ क्रीज पर मौजूद अक्षर पटेल की प्लानिंग साफ थी कि वह ज्यादा से ज्यादा स्ट्राइक अपने जोड़ीदार को दे ताकि उनका शतक पूरा हो जाए. कोहली के शतक के हकदार भी थे, लेकिन अफरीदी जब वाइड पर वाइड फेंकने लगे तो स्टेडियम में मौजूद भीड़ उनकी हूटिंग करने लगी.
ओवर में तीन वाइड के साथ कोहली के शतक का समीकरण बिगड़ गया. एक वक्त तो ऐसा लगा कि कोहली शतक से चूक न जाए क्योंकि इस ओवर में कुल 13 रन चले गए. इस तरह भारत को जीत के लिए चार रन और विराट को सेंचुरी के लिए पांच रन की जरूरत थी. हालांकि कोहली ने चौके साथ अपना शतक पूरा किया.
वैसे भारतीय बल्लेबाजों का शतक से चूकना कोई नई बात नहीं है. सबसे आम उदाहरण श्रीलंका के पूर्व स्पिनर सूरज रणदीव के ओवरस्टेपिंग का है जब वीरेंद्र सहवाग 99 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. सहवाग ने छक्का मारकर अपना शतक पूरा किया, लेकिन यह नो-बॉल थी, इसलिए भारत ने एक्सट्रा रन से ही मैच जीत लिया, जिससे सहवाग अपनी सेंचुरी पूरी नहीं कर पाए.
New Delhi,Delhi
February 24, 2025, 12:24 IST