बाड़मेर. घरवालों ने अपने लाडले को शहर इसलिए भेजा ताकि वह GNM का कोर्स कर खुद के पैरों पर खड़ा हो सके लेकिन महज 19 साल की उम्र में ही उसने जीएनएम कोर्स करने के साथ अपना गिरोह बनाया और अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों की ही मोटरसाइकिल चोरी कर उन्हें सस्ते दामों में गांवों में बेचने लग गया है.
शुक्रवार को बाड़मेर पुलिस ने 4 लोगों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 16 मोटरसाइकिल बरामद कर पूरे मामले का खुलासा किया है. भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर में बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने पत्रकारों से बात करते हुए चोरों के गिरोह का खुलासा किया है. उन्होंने गुड़ामालानी के 19 साल के गोविंद राम,जैसलमेर के 22 साल के परबत सिंह,शिव के 19 साल के सालेह मोहम्मद और गिरल के 22 साल के जगदीश कुमार को 16 मोटरसाइकिल के साथ धरदबोचा है.
यह चोरी की गई गाड़ियां उन्होंने शहर के विभिन्न इलाकों से चोरी की हैं जिन्हें ओने-पौने दामों में ग्रामीण इलाकों में बेच दिया था और मौज मस्ती करने के लिए इसे शहर से बाइक चुराने की वारदात को अंजाम देते थे. पुलिस ने 200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तब जाकर बाइक चोरी की इस पूरी गैंग का खुलासा हुआ है.
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने लोकल18 से बातचीत करते हुए कहा कि चारों आरोपी मौज मस्ती व समाज में रुतबा कायम करने के लिए बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. वह बताते है कि मुख्य सरगना पर्वत सिंह है जोकि जैसलमेर जिले के फुलिया गांव निवासी है. वही गोविंद विश्नोई निवासी धोली नाड़ी बाड़मेर में किराए पर रूम लेकर जीएनएम कर रहा है.
वह बताते है कि शहर में रहकर बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे और किराए के रूम में रहकर मौज मस्ती करते थे. पुलिस ने 200 सीसीटीवी कैमरों को खंगालकर इस पूरी गैंग तक पहुंची है.
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FIRST PUBLISHED : October 25, 2024, 21:54 IST