
इंडिया गठबंधन की महारैली
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इंडिया गठबंधन की महारैली में रविवार को रामलीला मैदान में मिनी इंडिया की झलक देखने को मिली। जम्मू-कश्मीर, गुजरात, मणिपुर व कन्याकुमारी के साथ विभिन्न राज्यों से लोग पहुंचे थे। रैली में शामिल होने के लिए लोग भोर से ही आयोजन स्थल में पहुंच रहे थे। कोई ट्रेन, बस, तो कोई अपने वाहनों से रैली में पहुंचने लगे थे। यहां आ रहे लोगों व कार्यकर्ताओं में एक अलग तरह का जोश दिखा। हर कोई उत्साह के साथ रामलीला मैदान में पहुंच रहा था।
आलम यह था कि दोपहर बाहर बजे तक रामलीला मैदान लोगों से खचाखच भर गया, जो कुर्सियां लगाई थीं, वह कहीं नजर नहीं आ रही थी। जैसे-जैसे दोपहर में सूरज की तपिश बढ़ रही थी, वैसे ही लोगों में भी जोश बढ़ता जा रहा था। ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों ने कुछ देर के लिए मैदान में प्रवेश बंद कर दिया। इससे नेताओं में रोष देखने को मिला। हालांकि, मंच से नेताओं की अपील के बाद लोगों को प्रवेश फिर से खोला गया।
कुछ पार्टी कार्यकर्ता इसमें शामिल होने के लिए शनिवार शाम से ही पहुंचते दिखे। यह सिलसिला रैली के संपन्न होते तक जारी रहा। मैदान में जहां तक नजरें जा रही थी, वहां तक केवल लोगों का हुजूम ही दिख रहा था। हर कोई अपने नेताओं को सुनने को बेताब नजर आया। कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के झंडे व चिन्ह से अपने शरीर को रंगा हुआ था। वहीं, कई कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुखौटे पहने हुए थे। उधर, आप के कार्यकर्ता 10 फुट से अधिक ऊंचे पार्टी के झंडे लेकर घूमते दिखे। साथ ही, दिल्ली गेट पर एक व्यक्ति अपने सफेद कपड़ों पर नकली खंजर घोंप कर चल रहा था।
उन्होंने लाल रंग से लोकतंत्र लिखा हुआ था। जिसे हर कोई हैरत की नजरों से देख रहा था। ऐसे ही रंजीत सिंह फ्लाईओवर पर गोला डेयरी से आई 65 वर्षीय फातिमा अरविंद केजरीवाल के समर्थन में आए लोगों के बारे में जानने के लिए जा रही थी। गर्मी के चलते वह थक गईं और सड़क की एक छोर पर बैठ गईं। उन्हें देख वहां से गुजर रहे हथठेला वालों ने अपने ठेले में बैठा लिया। वह कहती हैं कि केजरीवाल को किस मामले में हिरासत में लिया है वह जानने के लिए निकली हैं।
राहुल के आते ही आया लोगों में जोश
मंच में एक-एक कर गठबंधन के नेताओं के पहुंचने के बाद माहौल में अलग तरह की शांति छाई, लेकिन कुछ देर बाद ही नेताओं के संबोधन शुरू होते ही हर तरफ से लोकतंत्र बचाओ के नारे की गूंज सुनाई दे रही थी। गोपाल राय लोगों को संबोधित कर ही रहे थे कि मंच पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का आगमन होता है। इस बीच इतनी तेजी से राहुल गांधी का नाम लोगों की भीड़ की तरफ से गूंजा कि राय को अपने संबोधन को रोकना पड़ा। हर कोई राहुल-राहुल चिल्ला रहा था। युवा, महिलाएं व बुजुर्ग में राहुल को देखने के लिए होड़ नजर आ रही थी। हर कोई उनकी एक झलक पाना चाहता था। कांग्रेस के साथ दूसरी अन्य पार्टियों के नेताओं के साथ कार्यकर्ता भी राहुल का समर्थन करते दिखे। खासकर युवाओं में उन्हें लेकर अलग जोश था।
नेताओं को देखने व्हील चेयर पर पहुंचे प्रशंसक
रैली में अपने नेताओं को देखने के लिए दिव्यांग लोगों की भी अच्छी खासी संख्या देखने को मिली। कोई व्हील चेयर तो कोई मोटर व्हीकल पर आया हुआ था। रोहतक से व्हील चेयर पर आए हेमंत सोनी ने बताया कि वह रैली के लिए तीन दिन पहले घर से निकल गए थे। उन्होंने कहा कि वह तेजस्वी यादव को सुनने आए हैं। काफी कशमकश के बाद प्रवेश मिला है। काश वह उन्हें यहां दिख जाएं इसकी वह कामना कर रहे हैं।
मैदान के बाहर भी लोग दिखे उत्साहित
आयोजन स्थल में तो भीड़ थी ही, लेकिन रामलीला मैदान के बाहर भी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी नजर आई। जो लोग मैदान में नहीं पहुंच पाए वह बाहर से ही नेताओं का संबोधन सुन रहे थे। आलम यह था कि पुलिस को आनन-फानन में एक सड़क को बंद करना पड़ा।