रविवार के दिन ने यह साफ कर दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव किन मुद्दों पर होने वाला है। इसमें विपक्ष का एजेंडा क्या रहेगा और भाजपा इसका किस तरह मुकाबला करेगी। रविवार को अपनी ताकत के लिए विपक्ष जहां दिल्ली के रामलीला मैदान में जुट रहा था, वहीं भाजपा ने भी विपक्ष को जवाब देने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने तो यह पहले ही तय कर दिया था कि रामलीला मैदान में उनका मुद्दा केंद्र सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर कथित तौर पर गलत कार्रवाई रहने वाला था।
लेकिन भाजपा ने विपक्ष को जवाब देने के लिए एक रणनीति तय कर रखी थी। रामलीला मैदान की ओर जाने वाले हर रास्ते पर बड़े-बड़े पोस्टरों में विपक्ष को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को बचाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई करने की बात कहते हुए दिखाया गया था।
भाजपा की ओर से इस बात की पूरी कोशिश की गई थी कि रामलीला मैदान के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आया कोई भी यात्री जिस ऑटो पर बैठे, उस पर ऐसे पोस्टर दिख जाएं जिन पर विपक्ष के द्वारा भ्रष्टाचारियों को बचाने और प्रधानमंत्री की ओर से ऐसे भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई करने की बातें दिख जाएं। ऑटो-बसों सहित कई बिल्डिंग पर भी इस तरह के पोस्टर देखे गए।
बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ की रैली से भी ठीक उसी तर्ज पर विपक्ष को घेरा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष उनसे भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई करने के बारे में सवाल खड़े कर रहा है। लेकिन अपने मजबूत इरादों के साथ उन्होंने मेऱठ से विपक्ष को जवाब भी दे दिया कि भ्रष्ट नेताओं पर चाहे जितनी राजनीति हो, लेकिन उनकी यह कार्रवाई जारी रहेगी।
विपक्ष ने क्या कहा
रामलीला मैदान में जुटे 28 दलों के महागठबंधन ने एक सुर में भ्रष्टाचार पर की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि विपक्ष को कमजोर करने के लिए केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल रही है। विपक्ष ने भाजपा के चार सौ सीटों पर जीत के आंकड़ों पर भी सवाल उठाया। राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल तभी हो सकता है जब गलत तरीके से ‘मैच फिक्सिंग’ किया जाए और सभी खिलाड़ियों को खेलने के लिए एक समान मंच न उपलब्ध कराया जाए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष को खेलने के लिए समान अवसर देने की बजाय खेल के मैदान पर बड़े गड्ढे खोदकर उसकी राह मु्श्किल कर रहा है। राहुल और खरगे कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं ने चुनाव के ठीक पहले पार्टी की जमाराशि को जब्त करने पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि इस तरह पूरे देश को खतरे में डाला जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि यदि भाजपा 400 सीटों को जीतने में सफल हो जाती है तो वह संविधान को बदल देगी। उन्होंने कहा कि यह आग में खेलने जैसा है। उन्होंने कहा कि यदि संविधान को बदलने का प्रयास हुआ तो देश में बड़ी अस्थिरता पैदा होगी। इससे देश कई टुकड़ों में खंडित हो सकता है। कांग्रेस नेता की यह चेतावनी अपने आप में बड़ी चेतावनी मानी जा रही है।
जनता का साथ किसे मिलेगा?
विपक्ष की लोकतंत्र बचाओ रैली को सुनने के लिए आए प्रदर्शनकारी नयन भारद्वाज ने अमर उजाला से कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह लगातार एक के बाद एक नेताओं की गिरफ्तारी कर रही है, उससे उसके इरादों के बारे में पता चलता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह केवल विपक्ष के नेताओं की गिरफ्तारी की जा रही है, वह भी लोगों के मन में संदेह पैदा करता है।
इस चुनाव में जनता का साथ किसे मिलेगा? इस प्रश्न पर नयन भारद्वाज ने कहा कि भाजपा जिस तरह 400 सीटों पर जीत के दावे कर रही है, वैसा कुछ नहीं होने वाला है। विपक्ष के दल अपने-अपने इलाकों में मजबूत स्थिति में हैं और उनको हराना भाजपा के लिए संभव नहीं होगा।
दिल्ली के सार्थक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी बिल्कुल गलत लग रही है। केंद्र सरकार के अनेक फैसले ऐसे हैं जिसका तुक अभी तक दिखाई नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसे निर्णयों का क्या असर हुआ है और इसका किसे लाभ मिला है, इस पर अभी तक कोई ठोस जानकारी जनता के पास नहीं है। ऐसे में केवल विपक्ष के नेताओं पर हो रही कार्रवाई जनता के मन में संदेह पैदा करती है।