
जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे युवा।
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जिले में कई वर्षों से मान्यता प्राप्त स्कूलों में छात्रों को डमी प्रवेश दिलवाकर स्कूल के समय पर ही अवैध कोचिंग सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। इसको लेकर सर्व समाज के युवा लामबंद होने लगे हैं।
गौरतलब है कि गत शिक्षा सत्र में इनके संचालन को लेकर विभिन्न शैक्षिक और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के आला अफसरों को ज्ञापन भी प्रेषित किए। प्रेषित ज्ञापन पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा दौसा ने एक जांच दल का गठनकर जांच भी करवाई। मगर पूरे शिक्षा सत्र पर्यन्त इन अवैध कोचिंग सेंटरों पर शिक्षा विभाग लगाम लगा पाने में नाकाम साबित हुआ।
दौसा जिले में कई कोचिंग संस्थान और स्कूलों के खिलाफ अब युवाओं ने मुहिम चलाना शुरू कर दिया है, जिसके चलते शिक्षा विभाग के अफसरों की मिलीभगत के आरोप लगाते हुए सर्व समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में सर्व समाज के लोगों ने बताया कि इन कोचिंग माफिया के हौंसले इतने बुलंद हुए इस नए शिक्षा सत्र में बंद पड़े स्कूलों में छात्रों को डमी एडमिशन देने की कवायद शुरू कर दी है। पिछले वर्ष जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा की जांच के दायरे में आने वाले कोचिंग सेंटर संचालक तो इतने बेखौफ हैं कि मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी दौसा के आदेशों के बाजजूद कोचिंग सेंटर के आगे बड़े-बड़े रिजल्ट प्रकाशित कर बड़े-बड़े बैनर, स्कूल के नाम के साथ कोचिंग के बैनर तक लगा रखे हैं।
ज्ञापन के दौरान इन लोगों ने आरोप लगाया है कि इस तरह के कोचिंग संस्थान तथा विद्यालय के परिणाम को देखकर विद्यार्थी भ्रमित हो जाता है। ज्ञापन देने आए राकेश सैनी का कहना है कि दौसा जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग के आला अधिकारी और कानून व्यवस्था बौनी साबित हो रही है। इसके चलते अब सर्व समाज के युवाओं ने आगे आते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।
युवाओं ने पांच सूत्रीय मांग
समाज सेवी राकेश सैनी ने कहा कि जिले में शिक्षा विभाग में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा गया है। इसमें सर्व समाज की पांच सूत्रीय मांगें हैं। जिला मुख्यालय पर गत वर्ष जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा दौसा द्वारा जांच के दायरे में आने वाले कोचिंग सेंटरों के संचालकों को स्कूल समय में कोचिंग क्लास संचालित नहीं करने के लिए व्यक्तिगत नोटिस भेजकर पाबंद किया जाए। जिन भवनों में ये कोचिंग सेंटर संचालित हैं उनके भवन मालिकों को व्यक्तिगत नोटिस भेजकर भी स्कूल समय में कोचिंग क्लास संचालित नहीं करने के लिए पाबंद किया जाए। चिन्हित डमी एडमिशन देने वाली मान्यता प्राप्त स्कूलों को व्यक्तिगत नोटिस भेजकर पाबंद किया जाए। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की मंशा अनुरूप जिले में एनसीआरटी की जगह निजी प्रकाशकों की महंगी पुस्कतें निश्चित बुक स्टोर से लगाने वाले संस्था प्रधानों पर कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को पाबंद किया जाए।
गत शिक्षा सत्र में निदेशक बीकानेर के निर्देशों पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा के आदेशों के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ग्रीष्मावकाश के दौरान स्कूलों का संचालन किया गया। ऐसे में इस बार ग्रीष्मावकाश के दौरान स्कूलों का संचालन नहीं हो इसके लिए कठोर रणनीति बनाते हुए कार्रवाई किए जाने के आदेश प्रदान किए जाएं।
सर्व समाज ने पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार को सौंपा है। यदि सर्व समाज की इन पांच सूत्रीय मांगों पर जिम्मेदारों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो सर्व समाज एक बार फिर 20 तारीख बाद से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।