सहरसा में शनिवार को कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक और कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिशोध मार्च निकाला गया। मार्च थाना चौक से निकलकर समाहरणालय गेट पहुंचा जहां घंटों प्रदर्शन किया। उसके बाद उन लोगों के द्वारा डीएम को ज्ञापन सौंपा गया।
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इस मार्च में बखरी के विधायक सूर्यकांत पासवान, कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल के ओमप्रकाश नारायण ,सहित हजारों कार्यकर्ता और महादलित समाज के लोग मौजूद दिखे। मार्च में शामिल बखरी के कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक सूर्यकांत पासवान ने कहा कि अफसरशाही चरम सीमा पर है। सरेआम लूट हो रही है ,हत्याएं हो रही है बलात्कार हो रही है और यहां के प्रशासन और बिहार सरकार हाथ पर हाथ देकर बैठी हुई है।

प्रतिशोध मार्च में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ओम प्रकाश नारायण ने कहा कि सलखुआ थाना प्रभारी विशाल सिंह,उनके सहयोगी चिरैया थानां के थाना अध्यक्ष कर्मवीर सिंह की कार्यशैली से आम जनता तबाह है। वो दारू खोजने के नाम पर भले आदमी के घर में घुसते हैं और पीटते हैं। 12 सितंबर की रात्रि में जीतो सादा को थाना अध्यक्ष के द्वारा बोला गया कि तुम दारू पिये हुए हो वो बोला हम नहीं पिये हैं, उसके बाद छाती पर चढ़कर उसे रौंदा जाता ।है बूट से मारकर जबड़ा तोड़ दिया जाता है।

लेकिन थाना अध्यक्ष एसपी साहब को इस घटना को लेकर कोई सूचना तक नहीं दिए। हमारा मांग है सलखुआ थाना अध्यक्ष विशाल सिंह, चिरैया थाना अध्यक्ष कर्मवीर सिंह पर आपराधिक मुकदमा दर्ज हो। सहरसा पुलिस के लिए शर्म की बात है जो लगातार आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन एसपी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।