Saturday, March 15, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
HomeBlogCell know-how can also be changing into a contemporary help for the...

Cell know-how can also be changing into a contemporary help for the profitable therapy of sufferers. – News18 हिंदी


विशाल भटनागर/मेरठ: स्वास्थ्य सेवाओं में भी अब आधुनिकता का नजारा देखने को मिल रहा है. जिसमें विभिन्न टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए मरीजों को बेहतर उपचार किया जा रहा है. इसी कड़ी में मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज परिसर में संचालित सरदार वल्लभभाई पटेल चिकित्सालय के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट द्वारा भी मोबाइल सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए कूल्हा प्रत्यारोपण की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक डिपार्मेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक ने लोकल-18 की टीम से खास बातचीत करते हुए बताया कF मरीज़ों में कूल्हा प्रत्यारोपण एक जटिल सर्जरी है. जिसे काफी सटीकता एवं कुशलता से किया जाना चाहिए. इसके लिए काफी स्थानों पर रोबोटिक सर्जरी का उपयोग किया जाता है. जो काफी महंगी होती है. इसके विकल्प के तौर पर हैदराबाद में मोबाइल सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाता है. इस टेक्नोलॉजी को पहली बार मेरठ मेडिकल कॉलेज उपयोग किया गया है. जिसके माध्यम से एक मरीज का कूल्हा प्रत्यारोपण हुआ है. वह बिल्कुल सफल है. आने वाले समय में अन्य मरीजों को भी इस तकनीक के माध्यम से लाभ मिल सकेगा.

गलती की संभावना कम
डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के विकल्प के तौर पर मोबाइल सॉफ्टवेयर की सहायता से की जाने वाली हिप रिप्लेसमेंट है. इस विधि के इस्तेमाल से गलती की गुंजाईश कम होती है एवं इम्प्लांट को सटीकता से डालने में मदद मिलती है. इस सर्जरी के परिणाम रोबोटिक सर्जरी के समान ही होते हैं. उन्होंने बताया कि खास बात यह है कि इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए किसी भी प्रकार से अन्य खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है. बल्कि इस टेक्नोलॉजी के सॉफ्टवेयर का उपयोग ही किया जाता है. उन्होंने बताया कि हैदराबाद से तकनीक सीखकर आए मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक डिपार्मेंट के ही डॉक्टर डॉ कृतेश मिश्रा एवं उनकी टीम द्वारा यह इस तकनीक का बेहतर उपयोग किया है.

मरीज को मिल सकेगा फयदा
बताते चलें कि मेरठ मेडिकल कॉलेज की है बड़ी उपलब्धियां है. क्योंकि यहां पश्चिमी यूपी के जिलों के मरीज उपचार करने के लिए आते हैं. ऐसे में इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी जब मरीज का उपचार मिलेगा तो उन्हें अब दिल्ली सहित अन्य राज्य जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. मरीज़ का ऑपरेशन आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निःशुल्क किया जाता है. यही नहीं वह अगर किसी व्यक्ति के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है. तो यह प्राइवेट हॉस्पिटलों के मुताबिक बेहद कम दर में यह मेडिकल कॉलेज में मिल जाएगा.

Tags: Health, Local18



Source link

khabareaaptak.in
khabareaaptak.inhttps://khabareaaptak.in
Welcome to "khabareaaptak" – your go-to destination for the latest news and updates from around the world. We are committed to bringing you timely and accurate information across various categories, including politics, sports, entertainment, technology, and more.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments