नई दिल्ली9 मिनट पहले
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टेक कंपनी एपल को पता चला है कि उसके यूजर्स को ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ के जरिए टारगेट किया जा रहा है। इसके जरिए आईफोन को एक्सेस करने की कोशिश की जा रही है। इकोनॉमिक्स टाइम्स (ET) ने इस मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
एपल जल्द भारत सहित उन 91 देशों के अपने यूजर्स को सूचित करेगा, जो ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ अटैक के संभावित शिकार थे। रिपोर्ट के अनुसार, एपल ने इस स्पायवेयर अटैक को इजरायल के NSO ग्रुप के जरिए बनाए गए पेगासस की तरह बताया है। इस प्रकार के अटैक आम साइबर क्राइम से अलग हैं, जिसका उद्देश्य यूजर्स के डिवाइस तक अनऑथराइज्ड एक्सेस प्राप्त करना है।
यूजर्स की पहचान करके अटैक किया जा रहा
ET का दावा है कि उसने एपल की ओर से जारी की गई धमकी अधिसूचना (थ्रेट नोटिफिकेशन) को देखा है, जो सिचुएशन की गंभीरता को दिखाता है। थ्रेट नोटिफिकेशन में इस स्पायवेयर अटैक को रेगुलर कंज्यूमर मैलवेयर की तुलना में कहीं अधिक रेयर (दुर्लभ) और आर्गनाइज्ड है।
नोटिफिकेशन में कहा गया है- यह अटैक संभवतः आपको विशेष रूप से इसलिए टारगेट कर रहा है क्योंकि आप कौन हैं या आप क्या करते हैं। एपल ने बताया है कि ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ अटैक आमतौर पर यूजर्स के स्पेसिफिक एपल ID का इस्तेमाल करके चुना जाता है, जो दिखाता है कि यह अटैक व्यक्ति की पहचान या एक्टिविटी के आधार पर किया गया है।
पिछले साल अक्टूबर में एपल ने भेजा था थ्रेट नोटिफिकेशन
पिछले साल अक्टूबर में एपल ने भारत सहित कई देशों में ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड’ अटैक का नोटिफिकेशन भेजा था। भारत में वह थ्रेट नोटिफिकेशन TMC नेता महुआ मोइत्रा, कांग्रेस नेता शशि थरूर समेत विपक्षी दलों के कई लीडर्स और कुछ जर्नलिस्ट को भेजा गया था।
एपल ने थ्रेट नोटिफिकेशन में लिखा था – एपल को लगता है कि आपको स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आपकी एपल ID से जुड़े आईफोन को रिमोटली कॉम्प्रोमाइज करने यानी हैक करने की कोशिश की जा रही है।
यदि आपका डिवाइस किसी स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैक से कॉम्प्रोमाइज हुआ है, तो वो आपका सेंसिटिव डेटा, कम्युनिकेशन और कैमरा और माइक्रोफोन तक एक्सेस कर सकते हैं। यह संभव है कि यह एक फॉल्स अलार्म हो, लेकिन इस चेतावनी को गंभीरता से लें।” हालांकि सरकार ने फोन हैकिंग के आरोपों को खारिज किया था।
इन्फॉर्म और असिस्ट करने के लिए थ्रेट नोटिफिकेशन
एपल की वेबसाइट के अनुसार, थ्रेट नोटिफिकेशन उन यूजर्स को इन्फॉर्म और असिस्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें स्टेट-स्पॉन्सर्ड अटैकर्स की ओर से टारगेट करने की कोशिश की गई हो। इस नोटिफिकेशन में लॉकडाउन मोड इनेबल करने समेत फोन को सिक्योर करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं इसकी भी जानकारी दी जाती है।
लॉकडाउन मोड डिवाइसेज को एक्सट्रीमली रेयर और हाइली सोफेस्टिकेटेड साइबर अटैक्स से बचाने में मदद करता है। जब लॉकडाउन मोड इनेबल होता है, तो आपका डिवाइस उस तरह काम नहीं करेगा जैसा वह आमतौर पर करता है। अटैक को रोकने के लिए कुछ ऐप्स, वेबसाइट और फिचर्स को लिमिटेड कर दिया जाता है।

सिक्योरिटी के लिए तीन स्टेप्स फॉलो करें…
- लेटेस्ट सॉफ्टवेयर में अपने डिवाइसेज को अपडेट करें, क्योंकि इसमें लेटेस्ट सिक्योरिटी फिक्सेज शामिल होते हैं।
- डिवाइसेज को पासकोड से प्रोटेक्ट करें। एपल ID के लिए टु फैक्टर ऑथेंटिकेशन और मजबूत पासवर्ड यूज करें।
- ऐप स्टोर से ही ऐप्स इंस्टॉल करें। अननोन सेंडर के लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें। स्टॉन्ग और यूनीक पासवर्ड यूज करें।