पंकज सिंगटा/शिमलाः9 अप्रैल से हिंदू नववर्ष सहित चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. आगामी 9 दिनों को हिंदू धर्म के अनुसार बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा होती है. पहले दिन मां शैलपुत्री की स्तुति के साथ आरंभ हुआ. नवरात्रों में मंदिरों में माता के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भारी संख्या देखने को मिलती है. लोग इन 9 दिनों तक माता की आराधना के लिए व्रत भी करते हैं. इन नवरात्रों के साथ ही हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत हो चुकी है.
शिमला के बीसीएस स्थित तारा माता मंदिर के पुजारी योगराज शर्मा ने कहा कि शिमला के प्रसिद्ध तारा माता मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है. इन 9 दिनों में हजारों श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचते है. कई श्रद्धालु व्रत भी रखते हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं को कुछ नियमों का भी पालन करना चाहिए.
यह 60 में से 52वां संवत्सर, नाम कालयुक्त
पुजारी योगराज शर्मा ने बताया कि आज से नए संवत्सर की शुरुआत हो चुकी है. यह 60 में से 52वां संवत्सर है. जिसका नाम कालयुक्त है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आने वाले वर्ष में बीमारियों का प्रभाव ज्यादा रहने की संभावना है. इस वर्ष में ऐसी बीमारियां जिनके विषय में पहले नहीं सुना गया है. उनका प्रभाव देखने को मिलेगा. 9 दिनों में देवी की नौ रूपों की पूजा होगी. ऐसे में मंदिर में भी अनुष्ठान और भंडारे का कार्यक्रम होगा.इसके साथ ही घरों पर मां की स्तुति करने वाले भक्तजनों को व्रत और पूजा पाठ को लेकर समान नियमों का पालन करना चाहिए. खुद के लिए नियम कठोर न बनाएं और पहले दिन से अन्तिम दिन तक एक जैसे नियमों का पालन करें.
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FIRST PUBLISHED : April 11, 2024, 16:25 IST