
जलालाबाद (फिरोजपुर) में जंजीरों से बंधा बच्चा।
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पंजाब में 14 वर्षीय का किशोर बीते 5 साल से जंजीरों से बंधा हुआ है। यह सोच कर भी हैरानी होती है कि यह किशोर किस हालत में जीवन जी रहा होगा। बच्चे को किसी और ने नहीं बल्कि उसके अपनों ने ही लोहे की बेड़ियों से बांधकर रखा है। हालांकि परिवार वालों का कहना है कि बच्चे को बेड़ियों से बांधने के पीछे उनकी मजबूरी है।
बच्चे को चारपाई से लोहे की जंजीरों से बाधा गया है। लोहे की जंजीर का एक हिस्सा चारपाई और दूसरा बच्चे के पैरों से बंधा है। बच्चे को चारपाई पर ही खाना दिया जाता है। उसका जीवन लोहे की बेड़ियों के साथ कट रहा है, लेकिन अब बच्चे को जंजीरों से रिहा करवाया गया है।
पंजाब के फिरोजपुर के जलालाबाद के गांव बूरेवाला में एक परिवार ने अपने 14 वर्षीय बच्चे को पांच सालों से जंजीरों से बांधा था। इसकी वजह यह है कि बच्चा मानसिक रोगी है। बच्चे को पिछले पांच साल से जंजीरों से बांधकर घर पर रखा हुआ था। जंजीरों से बंधे बच्चे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर सेहत विभाग हरकत में आया। बच्चे को फरीदकोट स्थित मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भेजा है।
पिता हरदेव सिंह का कहना है कि अगर बच्चे (सुनील) की जंजीर खोल दी तो मानसिक तौर पर बीमार बच्चा न सिर्फ दूसरे को नुकसान पहुंचाता है बल्कि वह अपना भी नुकसान करता है। वह गांव में दर्जी का काम करता है। उनका बच्चा मानसिक तौर पर बीमार है जिसके चलते वह उसे जंजीरों से बांधकर रखने को मजबूर हैं। उनकी वित्तीय हालत ऐसी नहीं है कि वह अपने बच्चे का उपचार करवा सकें।