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Tesla in India : टेस्ला ने महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है और टाटा मोटर्स के साथ सहयोग की संभावना तलाश रहा है.

हाइलाइट्स
- टेस्ला महाराष्ट्र में ईवी प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है.
- टेस्ला और टाटा मोटर्स के बीच सहयोग की संभावना है.
- टेस्ला ने भारत में 13 नई नौकरियों की घोषणा की है.
Tesla in India : भारत की सड़कों पर जल्द ही टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारें धूम मचाती नजर आ सकती हैं. एलन मस्क की अगुवाई वाली टेस्ला ने भारत में अपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं. महाराष्ट्र इस प्रोजेक्ट के लिए टेस्ला की पहली पसंद बनकर उभरा है. साथ ही, टाटा मोटर्स के साथ संभावित सहयोग की चर्चाएं भी जोरों पर हैं. यह कदम भारत के ईवी बाजार में एक नए युग की शुरुआत का संकेत दे रहा है.
टेस्ला ने भारत में अपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी है, और महाराष्ट्र इसके लिए पहला ऑप्शन बनकर उभरा है. द इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने टाटा मोटर्स के अधिकारियों से संभावित सहयोग के लिए बातचीत भी शुरू कर दी है. यह घटनाक्रम एलन मस्क की हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका में हुई मुलाकात के बाद सामने आया है. रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला भारतीय बाजार में अपनी एंट्री को आसान बनाने के लिए ईवी पर आयात शुल्क में कमी जैसे पॉलिसी से जुड़े प्रोत्साहन की मांग कर रहा है.
महाराष्ट्र ही टेस्ला की पहली पसंद क्यों?
महाराष्ट्र का पुणे शहर पहले से ही टेस्ला के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां कंपनी का एक कार्यालय और कई सप्लायर मौजूद हैं. सरकारी अधिकारियों ने चाकन और चिखली में संभावित साइट्स का प्रस्ताव दिया है, जो पुणे के नजदीक हैं और प्रमुख ऑटोमोटिव हब के रूप में जाने जाते हैं. यहां मर्सिडीज-बेंज, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वोक्सवैगन और बजाज ऑटो जैसे बड़े मैन्युफैक्चरर मौजूद हैं.
हालांकि, चर्चाएं अभी जारी हैं, और टेस्ला अंतिम निर्णय लेने से पहले कई चीजों पर विचार कर रहा है. एक अन्य वजह साइट की बंदरगाह से निकटता है, जो लॉजिस्टिक्स और निर्यात को सुगम बनाएगी. महाराष्ट्र सरकार इस मामले में सतर्क है, क्योंकि पहले वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर प्लांट और टाटा-एयरबस एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स अन्य राज्यों में चले गए थे. प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, यह संभावना भी है कि टेस्ला किसी अन्य स्थान को चुन सकता है.
टेस्ला ने लिंक्डइन पर डाली 13 वैकेंसी
टेस्ला ने भारत में अपने विस्तार के प्रयासों के तहत हाल ही में लिंक्डइन पर 13 पदों के लिए नौकरी के अवसरों की घोषणा की है. ये रोल मुंबई और दिल्ली में हैं, जो इस बात का संकेत देती हैं कि टेस्ला जल्द ही भारत में अपने सेल्स शोरूम लॉन्च कर सकता है. इसके अलावा, टेस्ला ने टाटा मोटर्स के अधिकारियों से संपर्क किया है, जो भारत में एक प्रमुख ईवी निर्माता है. संभावना है कि दोनों कंपनियां सहयोग के अवसर तलाश रही हैं. टेस्ला के वरिष्ठ अधिकारी प्रशांत मेनन कंपनी की भारत संबंधी रणनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं. मेनन 2022 में नीदरलैंड में तैनात होने से पहले टेस्ला की भारत ऑपरेशन टीम का नेतृत्व करते थे.
कई सालों से चल रही चर्चा
टेस्ला की भारत में एंट्री कई सालों से चर्चा में है. 2021 में, कंपनी ने मुंबई के लोअर परेल में एक शोरूम और कार्यालय स्थापित करने की योजना बनाई थी, लेकिन भारत सरकार द्वारा टेस्ला वाहनों पर आयात शुल्क कम करने से इनकार करने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया. टेस्ला ने 40,000 डॉलर से कम कीमत वाले पूरी तरह से तैयार ईवी पर शुल्क 60% से घटाकर 40% करने का प्रस्ताव रखा था, साथ ही यह वादा किया था कि बाजार की प्रतिक्रिया का आकलन करने के बाद वह भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेगा. हालांकि, भारत सरकार ने उस समय किसी भी तरह की टैक्स छूट देने से इनकार कर दिया.
चीन का एंगल भी
2023 में टेस्ला के अधिकारियों ने मोदी सरकार के साथ स्थानीय घटकों की खरीद को लेकर बातचीत की, जिसके बाद कंपनी ने पुणे में ऑफिस का स्थान लिया. मस्क की मोदी के साथ हुई मुलाकात ने टेस्ला की योजनाओं को लेकर चर्चाओं को और बढ़ा दिया. 2024 में, भारत ने एक अपडेटेड ईवी पॉलिसी पेश की, जिसमें न्यूनतम 500 मिलियन डॉलर के निवेश करने वाले निर्माताओं को ड्यूटी राहत की पेशकश की गई. मस्क से अपेक्षा की जा रही थी कि वह अप्रैल 2024 में भारत की यात्रा के दौरान निवेश की घोषणा करेंगे, लेकिन उन्होंने यात्रा रद्द कर दी और इसके बजाय चीन का दौरा किया.
New Delhi,New Delhi,Delhi
February 19, 2025, 13:44 IST