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Sitamarhi Snake Terror: बिहार के सीतामढ़ी में सांपों का आतंक बढ़ रहा है, पिछले 28 दिनों में यहां 265 लोगों को सांप काट चुके हैं. यहां के सदर अस्पताल में पर्याप्त एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध है. ऐसे में स्वास्थ्य विभ…और पढ़ें

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हाइलाइट्स
- सीतामढ़ी में 28 दिनों में 265 लोगों को सांप ने काटा.
- स्वास्थ्य विभाग ने झाड़-फूंक से बचने की अपील की.
- सदर अस्पताल में पर्याप्त एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध है.
सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में सांपों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे लोग डरे हुए हैं. सदर अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले 28 दिनों में 265 लोगों को सांप काच चुके हैं. हालांकि, कई लोग झाड़-फूंक में पड़कर अस्पताल नहीं आते और घर पर ही दम तोड़ देते हैं,. जबकि अस्पताल में इलाज के लिए पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं. गर्मी और बारिश के कारण जिले में विषैले सांपों का आतंक बढ़ गया है.
इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर ने बताया
सीतामढ़ी में सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में कार्यरत डॉ. अमरनाथ यादव ने बताया कि मार्च में संभावित जरूरत को देखते हुए करीब 3000 एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन का स्टॉक किया गया था. यहां गर्मी में सांप घरों में घुसकर लोगों को काट रहे हैं. जहां अब तक केवल 1 लोगों की ही मौत हुई है. बाकी सभी लोगों को बचा लिया गया.
जानें सांप काटने के बाद कितनी लगती है सुई
डॉ. यादव के अनुसार, सर्पदंश पीड़ित को स्थिति की गंभीरता के अनुसार 10 से 14 वायल इंजेक्शन देने पड़ते हैं. समय पर इलाज मिलने से अधिकांश मरीजों को बचाया जा सका है. हालांकि कई लोग अब भी झाड़-फूंक का सहारा लेते हैं, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो जाती है. सदर अस्पताल और जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में एंटी स्नेक वेनम की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि सर्पदंश की स्थिति में झाड़-फूंक से बचें और तुरंत अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे.
जानें सांप काटने से बचने वाले लोगों ने क्या कहा
वहीं, माधोपुर मुशहरवा की गायत्री देवी को कोबरा सांप ने काटा था. उन्होंने बताया कि वह बेहोशी की हालत में अस्पताल आई थी. डॉक्टर ने बताया कि उनकी स्थिति काफी गंभीर थी, लेकिन समय पर इलाज मिलने से वह बच गई. वहीं, अन्य मरीजों में रीगा की संजना खातून, सिंगरहिया की रुखसाना खातून, बथनाहा के राम प्रताप महतो, शबनम खातून, परिहार मैनपुर की नीतू कुमारी, रुन्नीसैदपुर की अंजना कुमारी और राकेश कुमार, और परसौनी की सीता देवी को तुरंत इलाज देकर बचाया जा सका है.