मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर में बागमती नदी में पिछले दिनों आयी भीषण बाढ़ की चपेट में आने से औराई प्रखंड के दर्जन गांवों के कई किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गयी है. जिससे किसान काफी परेशान है. उन्होंने करीब 100 बीघा में धान की खेती की थी जो पानी के अंदर चली गई. बता दें की औराई प्रखंड के किसान भीषण गर्मी के समय में पहले पानी के लिए किसानों के खेतों में लगी धान की फसल सूख कर बर्बाद हो रही थी.
इसके एक सप्ताह बाद बारिश हुई तो उनके चेहरे खिलखिला उठे मानो ऐसे की उनके खेतों के भीतर लगी धान की फसल को मानों संजीवनी मिल गयी हो. लेकिन कुछ दिन बाद ही बागमती नदी उफनने लगी और उसने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया जिससे गबागमती में आयी भीषण बाढ़ का पानी दोनों तटबंध के बीच फैल गया और जैसे ही तटबंध टूटे वैसे ही वहीं पानी किसानों की मेहनत से करीब 100 बीघा से अधिक खेतों में लगी धान के पौधे पर कहर बन गिरा.
किसान मिथलेश सहनी ने Native 18 को बताया की बागमती नदी में बाढ़ आने से लगभग 100 बीघा से ऊपर धान की खेती में क्षति हुई है बगल में जोधना बांध टूटने से अचानक बाढ़ आ गई थी और पूरी फसल को बर्बाद कर दिया अब पानी सूखने में भी समय लगेगा खेतों में पानी अधिक होने के कारण अब जब तक पानी पूरी तरह सुख नहीं जाता तब तक धान नही हो पाएगा. इसके बच बचाव के लिए पौध गिरकर रोपना होता है ताकि कम पानी आए तो यह झेल सकें.
मिथलेश सहनी ने आगे बताया की बाढ़ आने के बाद इसे बचाने का कोई उपाय नहीं है वही अभी कुछ पानी कम हुआ है. इसके पहले खेतों में लबालब पानी भरा हुआ था. किसान किशोरी सहनी ने Native 18 को बताया की बांध टूटने से बाढ़ आया था और रातों रात पूरे खेत में पानी घुस गया जिससे धान की फसल बर्बाद हो गई. इसको कोई देखने नही आता ही हमें काफी परेशानी होती है.
FIRST PUBLISHED : October 6, 2024, 23:57 IST