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सलीम दुर्रानी वो क्रिकेटर थे जो दर्शकों की डिमांड पर ग्राउंड पर छक्कों की बरसात करते थे. इस हैंड्सम क्रिकेटर की लड़कियां दीवानी थीं. इस ऑलराउंडर को हर हाल में लोग टीम में चाहते थे. लोग ये नारा लगाते थे कि दुर्र…और पढ़ें

सलीम दुर्रानी ने साल 1973 में बॉलीवुड फिल्म चरित्र में काम किया था.
हाइलाइट्स
- सलीम दुर्रानी का जन्म अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुआ था
- दुर्रानी ने 1960 के दशक में भारत की ओर से क्रिकेट खेला
- क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा
नई दिल्ली. सलीम दुर्रानी एक तेजतर्रार बल्लेबाज थे.जो क्रीज पर सेट होने के बाद भी ये नहीं देखते थे कि उनका शतक पूरा होगा या नहीं. वह बिंदास बल्लेबाजी करते थे. दर्शकों की डिमांड पर वह छक्के जड़ते थे.जब दुर्रानी बैटिंग के लिए ग्राउंड में कदम रखते थे, तब दर्शक ‘वी वांट सिक्सर’का नारा लगाना शुरू कर देते थे. 1960-70 के दशक में दुर्रानी भारतीय टीम के सबसे हैंडसम क्रिकेटर्स में शुमार थे. उन्हें देखने के लिए स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा होता था. उन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी पहचान एक ऑलराउंड के तौर पर बनाई. दुर्रानी की खासियत ये थी कि स्टेडियम के जिस कोने से सिक्सर की आवाज आती थी, वो उधर ही छक्का जड़ते थे. ऐसे में वह एक एंटरटेनर क्रिकेटर थे जो दर्शकों का मैदान पर खूब मनोरंजन करते थे. क्रिकेट से संन्यास के बाद दुर्रानी ने बॉलीवुड में कदम रखा लेकिन फिल्मी दुनिया में सफल नहीं हो सके.
सलीम दुर्रानी (Salim Durrani) का जन्म 11 दिसंबर 1934 को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुआ था. जब वह 8 महीने के थे तब उनकी फैमिली काबुल से कराची आ गई.फिर जब देश का बंटवारा हुआ तो उनकी फैमिली भारत में आकर बस गई. उन्होंने भारत के लिए 29 टेस्ट खेले.इस दौरान उन्हें खूब शोहरत मिली. बाएं हाथ के बल्लेबाज दुर्रानी ने 29 टेस्ट में 1202 रन बनाए जिसमें एक शतक और सात अर्धशतक है. वह स्पिन गेंदबाजी भी करते थे. उन्होंने अपनी स्पिन गेंदबाजी से 10 विकेट लिए. घरेलू क्रिकेट में उन्होंने रनों और विकेट का खूब अंबार लगाया.170 फर्स्ट क्लास मैचों में 33.37 के औसत से 8545 रन (14 शतक) बनाने के अलावा 26.09 के औसत से उन्होंने 484 विकेट हासिल किए. दुर्रानी के इंटरनेशनल क्रिकेट के आंकड़े उनके खेल कौशल से न्याय नहीं करते. इस विस्फोटक बैटर ने कई बार सेट होने के बाद अपने विकेट गंवाए.
सलीम दुर्रानी विंडीज दौरे पर चमके थे
सलीम दुर्रानी 1964 में वेस्टइंडीज के दौरे पर गए थे.सीरीज के चौथेब टेस्ट में इस खिलाड़ी ने ऐसी बेजोड़ पारी खेली जो यादगार बन गई. पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में मेजबान वेस्टइंडीज टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 444 रन बनाए थे.जवाब में भारत की पहली पारी 197 रन पर ढेर हो गई थी. फॉलोऑन खेलते हुए भारत की हार लगभग तय थी. लेकिन वेस्ले हाल, लांस गिब्स और गैरी सोबर्स जैसे खूंखार गेंदबाजों के सामने दुर्रानी ने जीवटता दिखाई और दूसरी पारी में 104 रन की बेशकीमती पारी खेल. पॉली उमरीगर (172) के साथ भारतीय टीम की दूसरी पारी को 422 रन तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया.इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज को 176 रनों का लक्ष्य दिया. जिसे उसने 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया. लेकिन दुर्रानी और उमरीगर की जीवट भरी पारी के लिए इस टेस्ट को आज भी याद किया जाता है.
सलीम दुर्रानी ने 1973 में आखिरी टेस्ट मैच खेला
सलीम दुर्रानी ने 1973 में आखिरी टेस्ट मैच खेला. उन्हें भारत सरकार की ओर से प्रतिष्ठित अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा गया. क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा लेकिन फिल्मी पिच पर वह सफल नहीं हो सके. उन्होंने 1973 में बॉलीवुड की ‘चरित्र’ फिल्म से करियर की शुरुआत की. इस फिल्म में दुर्रानी ने परवीन बॉबी के अपोजिट काम किया लेकिन यह फिल्म नहीं चली. साल 2023 में दुर्रानी का गुजरात में निधन हो गया.