Company:News18 Rajasthan
Final Up to date:
आज के युवा 14 फरवरी का दिन वैलेंटाइन डे पश्चात संस्कृति को नहीं अपना कर देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के रूप में मनाई जाए और यह भाव हर युवा में पैदा हो इसलिए किया जा रहा…और पढ़ें

रक्तदान करते युवा
हाइलाइट्स
- भीलवाड़ा के युवाओं ने रक्तदान शिविर आयोजित किया.
- पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई.
- शिविर में 1068 यूनिट रक्त इकट्ठा किया गया.
भीलवाड़ा. 14 फरवरी 2019 का दिन हर किसी देशवासी के लिए एक काला दिन है. यही वह दिन है जब भारतीय सेना के जवानों पर हमला हुआ था. 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले में शहीद जवानों को सच्ची शहादत देने के लिए भीलवाड़ा के युवाओं द्वारा एक पहल की गई है. इसके तहत भीलवाड़ा के युवाओं द्वारा बीते 4 सालों से लगातार रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है और रक्तदान के माध्यम से पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. इस रक्तदान शिविर में भीलवाड़ा शहर सहित जिले भर के युवाओं ने बढ़-चढ़कर रक्तदान किया है.
इस रक्तदान की शुरुआत करने वाले युवा शुभम शर्मा ने कहा कि 14 फरवरी 2019 का दिन कोई भी भारत देश का रहने वाला व्यक्ति नहीं भूल सकता है यह दिन हर एक व्यक्ति के लिए एक काला दिवस है जहां आज के दौर में देश के युवा 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रूप में मनाते हैं और अपना सारा समय वैलेंटाइन डे बनाने में बिताते हैं इसको देखते हुए हम युवाओं ने एक पहल शुरू की है जिसमें हम युवाओं द्वारा हमारे देश के वीर सुपुत्र जो देशभक्त और देश कक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर देते हैं इसके साथ ही पुलवामा में शहीद हुए जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए हम युवाओं द्वारा शहादत में श्रद्धांजलि स्वरुप रक्तदान करते हैं इस रक्तदान में जिले भर से युवा महिलाएं और युवती शामिल होती है.
1 हजार से ज्यादा युवाओं ने डोनेट किया रक्त
शुभम शर्मा ने कहा कि सैनिक देश के बॉर्डर पर दिन-रात खड़ा रहता है उन्हीं की बदौलत देश में सब व्यक्ति सुरक्षित है. शिविर से प्राप्त रक्त को हम जरूरतमंदों तक पहुंचाएंगे. 4 साल से हम यह रक्तदान शिविर लगा रहे हैं आज इस रक्तदान शिविर में करीब हमारे द्वारा 1068 यूनिट इकट्ठा किया है. हमारी देश के सभी युवाओं से यही गुजारिश है कि यह शूरवीरों की धरती है वहां पर शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, राणा कुंभा, राणा सांगा और चाणक्य जैसे ही महान लोगों ने जन्म लिया है. वैलेंटाइन डे भारत की संस्कृति नहीं है और भारत के शादी किसी व्यक्ति को यह वैलेंटाइन डे बनाना चाहिए जबकि पुलवामा हमले में हमारे सेवा के जवान शहीद हुए उन्हें साल में एक बार याद करके उन्हें श्रद्धांजलि जरूर देनी चाहिए.
Bhilwara,Rajasthan
February 15, 2025, 00:33 IST