Friday, March 14, 2025
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पानी में ज्यादा है आयरन की मात्रा, सावधान! कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं आप, बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय


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आयरन एक प्राकृतिक तत्व है जो जमीन के अंदर के पानी में घुल सकता है और यह शरीर के लिए हानिकारक है. समय रहते अगर आपने इसकी जांच नहीं करवाई तो आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं.

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पानी

पानी में अधिक मात्रा में आयरन के होने से हो सकता है भारी नुकसान

हाइलाइट्स

  • पानी में अधिक आयरन से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है.
  • आयरन युक्त पानी से कपड़ों में दाग और खाना पकाने में समस्या होती है.
  • आयरन की जांच और उपाय के लिए सहरसा के इस विभाग जाएं.

सहरसा. ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर यह देखा जाता है कि चापाकल के पानी में आयरन की मात्रा अधिक होती है. आयरन की मात्रा अधिक होने से आपकी सेहत पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है. समय रहते अगर आपने इसकी जांच नहीं करवाई तो आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. आयरन के कुछ लक्षण होते हैं जिसमें कपड़ों में दाग आना, साबुन एवं डिटर्जेंट पाउडर में झाग ना आना, खाना सही से नहीं पकना, दाल आदि का नहीं गलना, पानी पीने में स्वाद खारा लगना तो आप समझ जाइए कि आपके चापाकल से निकलने वाले पानी में आयरन की मात्रा अधिक है.

वहीं, आयरन युक्त जल से क्या नुकसान होता है यह भी हम आपको इस खबर में बताएंगे. आयरन की अधिक मात्रा में उपलब्धता से हमारे शरीर पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है लेकिन पेयजल में अगर 0.3 मिलीग्राम प्रति लीटर से ज्यादा हो तो यह कपड़ों में धब्बे बर्तनों में दाग छोड़ जाता है और खाना पकाने में ज्यादा समय लगता है. आयरन एक प्राकृतिक तत्व है जो जमीन के अंदर के पानी में घुल सकता है और यह शरीर के लिए हानिकारक है और ऐसे स्थान पर लगे चापाकल से पानी के साथ ऊपर आ सकता है.

आयरन के बचाव के उपाय
अगर आयरन युक्त पानी को 12 से 14 घंटे के लिए छोड़ दिया जाए और उसके बाद उसका उपयोग छानकर किया जाए तो आयरन की मात्रा को कम किया जा सकता है. आसपास के कम आयरन वाले स्रोतों का उपयोग खाना पकाने और पीने में किया जा सकता है.

सहरसा के पीएचडी विभाग में कार्यरत चंदन कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र में अधिक मात्रा में आयरन पाया जाता है और यह भी देखा जाता है कि जिस क्षेत्र में आयरन की मात्रा अधिक होती है वहां अनेकों प्रकार की बीमारी उत्पन्न होती हैं जो सेहत के लिए काफी हानिकारक भी हैं. 1 पीपीएम से कम वाले पानी शरीर के लिए फायदेमंद है वहीं उससे अधिक होने पर शरीर के लिए काफी नुकसान भी साबित होता है. अगर किसी को भी इस बात की शंका हो कि चापाकल से निकलने वाला पानी में काफी मात्रा में आयरन दिख रहा हो तो वह अभिलंब सहरसा के पीएचडी विभाग में आकर पानी की जांच करवा सकते हैं. यहां पर न केवल पानी की जांच की जाएगी बल्कि सटीक उपाय भी बताया जाएगा कि कैसे पानी पीने लायक हो सकता है, जिससे शरीर पर भी कोई प्रभाव न पड़े और वह अपनी आपकी सेहत के लिए भी अच्छा हो.

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पानी में ज्यादा है आयरन की मात्रा, कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं आप

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Native-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



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