नई दिल्ली. हवाई जहाज के फ्यूल टैंक में कितना ईंधन भरा जा सकता है, यह एक आम सवाल है जिसका जवाब ज्यादातर लोगों को नहीं पता होता है. हवाई जहाज के फ्यूल टैंक की क्षमता विमान के प्रकार और उसकी बनावट पर निर्भर करती है.बड़े यात्री जेट विमानों में फ्यूल टैंक की क्षमता कई हजार लीटर हो सकती है. उदाहरण के लिए, एयरबस A380 में लगभग 320,000 लीटर फ्यूल आ सकता है, जबकि बोइंग 747 में लगभग 180,000 लीटर फ्यूल आ सकता है. एक सामान्य यात्री जेट में लगभग 35,000 लीटर फ्यूल आ सकता है.
हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये आंकड़े केवल अनुमानित हैं और विमान के वजन, उड़ान की दूरी और मौसम की स्थिति जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं. इसके अलावा, छोटे विमानों में फ्यूल की टंकियों का आकार बहुत छोटा होता है, जैसे कि एक छोटे प्राइवेट जेट में 2,000 लीटर से भी कम ईंधन आ सकता है. यह जानकारी हवाई जहाज के डिजाइन और ऑपरेशन को समझने में मदद करती है, और यह भी दर्शाती है कि हवाई जहाज के फ्यूल टैंक की क्षमता कितनी विविध हो सकती है.
एयरबस A380: एयरबस A380 जहाज को बड़े एयर प्लेन्स में शुमार किया जाता है. इस बड़े विमान में लगभग 320,000 लीटर तक फ्यूल तक भरा जा सकता है. इसके अलावा बोइंग 747 की बात करें तो इस प्लेन में लगभग 180,000 लीटर तक ईंधन एक बार में भरा जा सकता है. वहीं एक नॉर्मल पैंसेंजर प्लेन में 35,000 लीटर फ्यूल एक बार में फिल किया जा सकता है.
हवाई जहाज का माइलेज (ईंधन दक्षता) विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि विमान का प्रकार, उड़ान की दूरी, मौसम की स्थिति और विमान का भार. यहाँ कुछ उदाहरण हैं:
एयरबस A380: लगभग 5-6 किमी/लीटर
बोइंग 747: लगभग 4-5 किमी/लीटर
बोइंग 737: लगभग 3-4 किमी/लीटर
एयरबस A320: लगभग 3-4 किमी/लीटर
बोइंग 747: लगभग 4-5 किमी/लीटर
बोइंग 737: लगभग 3-4 किमी/लीटर
एयरबस A320: लगभग 3-4 किमी/लीटर
यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये आंकड़े केवल अनुमानित हैं और रियल माइलेज कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है.