आज का ज़माना काफी आगे जा चुका है. पहले के समय में लड़के और लड़कियों को लेकर भेदभाव किया जाना आम था. ऐसे कई मामले देखने को मिलते थे. पहले लड़की के जन्म के बाद घर में मातम मनाया जाता था. लेकिन आज ऐसा नहीं है. आज समय बदल गया है. अब तो लड़कियों के जन्म के बाद भी ढोल-नगाड़े बजाए जाते हैं. लेकिन पुरानी सोच रखने वाले लोग आज भी लड़कियों के जन्म को अभिशाप ही मानते हैं.
मध्यप्रदेश के ग्वालियर के गोलपाड़ा में रहने वाली प्रेमलता ने अपनी पोती के जन्म लेने की खबर सुनते ही मुंह बना लिया था. उसे पोता चाहिए था. लेकिन घरवालों को क्या पता था कि अपनी चाहत पूरी ना होने की भड़ास वो बच्ची की जान लेकर उतारेगी. प्रेमलता ने पांच दिन की पोती की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद अस्पताल से भाग गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ह्त्या की असली वजह सामने आते ही पुलिस ने प्रेमलता को गिरफ्तार कर लिया है.
दिव्यांग थी बच्ची
जानकारी के मुताबिक़, प्रेमलता के बेटे विकास चौहान की शादी पिछले साल मई में हुई थी. इस साल 23 मार्च को विकास की पत्नी काजल ने बेटी को जन्म दिया. बच्ची जन्म से ही दिव्यांग थी. उसके बाएं हाथ में कोहनी के नीचे का हिस्सा नहीं था. एक तो बेटी का जन्म, ऊपर से दिव्यांग, ये देखकर प्रेमलता ने मुंह बना लिया. पोती के जन्म के तीन दिन तक उसने बच्ची को हाथ भी नहीं लगाया था.
यूं कर दी हत्या
घरवालों के मुताबिक़, बच्ची के हत्या के दिन दादी ने रातभर बच्ची को अपनी गोद में रखा था. वो बच्ची को कंबल में लपेटे थी. घरवालों को कहा कि बच्ची सो रही है. जब अगली सुबह भी दादी ने बच्ची को मां को देने से इंकार कर दिया, तब लोगों को शक हुआ. जबरदस्ती बच्चे लेने पर उन्होंने पाया कि बच्ची का शरीर ठंडा है और वो हरकत नहीं कर रही है. डॉक्टर्स ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. अब सामने आए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि दादी ने ही बच्ची की गला घोंट कर हत्या की थी. पुलिस ने महिला को अरेस्ट कर लिया है.
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FIRST PUBLISHED : April 19, 2024, 09:28 IST