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Well being Ideas: उत्तराखंड के बागेश्वर के पहाड़ी इलाकों में बेशकीमती जड़ी-बूटियों का खजाना पाया जाता है. यहां पर दातों के दर्द के लिए पिप्पली नामक औषधि पाई जाती है. इस औषधि से दांतों के दर्द से छुटकारा मिलता है. इस…और पढ़ें

पिप्पली के फायदे
हाइलाइट्स
- पिप्पली दांत दर्द और सूजन को कम करने में मददगार है.
- पिप्पली को शहद में मिलाकर दांतों पर रगड़ने से फायदा होता है.
- पिप्पली मासिक धर्म के दर्द को भी कम करती है.
बागेश्वर: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बेहद ही बेशकीमती जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं. इन्हीं में से एक पिप्पली भी है. पिप्पली शरीर के लिए बेहद ही स्वास्थ्यवर्धक जड़ी-बूटी मानी जाती है. इसे अधिकतर दांत के दर्द को ठीक करने के लिए यूज किया जाता है. पहाड़ में इसे कई घरेलू नुस्खों में भी इस्तेमाल किया जाता है. पिप्पली पाउडर को शहद में मिलाकर मसूड़ों और दांतों पर रगड़ा जाता है. ऐसा करने से दांतों में दर्द और सूजन कम हो जाता है.
मासिक धर्म के लिए भी है लाभदायक
इसके अलावा पिप्पली महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है. यह मासिक धर्म के दर्द को कम करने में मददगार है. पिप्पली एक प्रकार का मसाला है. जो औषधि या जड़ी-बूटी का काम भी करती हैं. पिप्पली को भारतीय लंबी काली मिर्च के नाम से भी जाना जाता है.
बागेश्वर के स्थानीय जानकार किशन मलड़ा ने लोकल 18 को बताया कि पिप्पली मुख्य रूप से मेघालय के चेरापूंजी में उगती है. इसके अलावा यह उत्तराखंड, असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल, और उत्तर प्रदेश में भी पाई जाती है. इसकी बेले पेड़ों की छाया में अच्छी तरह से पनपती हैं. पिप्पली की खेती के लिए चूना पत्थर वाली मिट्टी उपयुक्त होती है.
इन किस्मों की खेती करते हैं किसान
इसके पौधे बरसात के मौसम की शुरुआत में लगाए जाते हैं. इन पौधों का जीवनकाल लगभग 4 से 5 वर्ष का होता है. पिप्पली के दाने जो पौधे के फूल होते हैं. ये जनवरी में काटे जाते हैं. इसकी खेती के लिए उन्नत किस्मों जैसे कि नानसारी, चिमाथी और विश्वम का चुनाव करना अच्छा होता है. पिप्पली काली मिर्च की तुलना में कहीं ज्यादा तीखी होती है.
काली मिर्च से तीखा होता है पिप्पली
पिप्पली को अंग्रेजी भाषा में लोंग पीपर और पीपर लोंगम (lengthy pepper, piper longum) कहते हैं. पिप्पली एक औषधीय पौधा है. आयुर्वेदिक दवाओं में इसका खूब इस्तेमाल होता है. इसके अलावा पिप्पली एक वानस्पतिक पौधा भी है. इसे अंग्रेजी में लॉन्ग पेपर (Lengthy Pepper) कहते हैं. यह पाइपरेसी परिवार का एक फूलदार बेल है. पिप्पली का स्वाद काली मिर्च की तरह तीखा होता है.
किचन के मसालों में होता है प्रयोग
इसका फल खसखस की तरह होता है. आयुर्वेद में पिप्पली को दवा और किचन में मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इसके तने और फल के अलावा पत्तियों का भी इस्तेमाल किया जाता है. पिप्पली में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. जिस कारण यह दांतों के दर्द और सूजन को कम करने में मददगार है.
Bageshwar,Uttarakhand
February 19, 2025, 05:46 IST