Sunday, June 15, 2025
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कभी इस नेशनल प्लेयर ने कबड्डी में लहराया था परचम, आज मजदूरी करने पर है मजबूर


अर्पित बड़कुल / दमोह. देश में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो आज भी इन योजनाओं से वंचित हैं. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश-प्रदेश का नाम रोशन करने वाले किसी खिलाड़ी को यदि रोजगार के लिए ईंट गारे का काम करना पड़े तो हमारी खेल नीतियों पर सवाल उठना लाजमी है.

ऐसी ही एक तस्वीर नजर आई दमोह के तेजगढ़ में, जहां कबड्डी का एक नेशनल प्लेयर रोजगार के अभाव में ईंट-गारे का काम कर रहा है. स्थानीय प्रशासन और खेल विभाग के अधिकारियों ने ऐसी प्रतिभा की ओर बिल्कुल भी ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा, जिसके चलते यह प्लेयर गुमनामी के अंधेरों में चला गया है. आज भी अपने ढेरों सर्टिफिकेट और मेडल देखकर अपने अतीत की उपलब्धियों को याद करता है.

कई प्रतियोगिताओं में जीते मेडल

किसी समय कबड्डी के राष्ट्रीय प्लेयर रहे दमोह के तेंदूखेड़ा विकासखंड के तेजगढ़ निवासी 35 वर्षीय विजय बसोर ने बताया कि उस दौर में खेल को भी जारी रखना था और परिवार के लिए रोटी का भी इंतेजाम करना पड़ता था. हालांकि, उस समय मेरे गुरु आमीन खान सारथी बनकर आए और मेरी मदद की. विजय ने पन्ना में 1999 में पहली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया जिसके बाद सन् 2000 में बिलासुपर, 2001 में ग्वालियर, 2003 में दमोह में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उनकी टीम विजेता रही. निरंतर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के बाद सन् 2004 में उन्हें रायपुर में नेशनल खेलने का मौका मिला. वहां भी टीम तीसरे पायदान पर रही. हालांकि, कबड्डी में पैसा ठीक से न मिल पाने के कारण पारिवारिक स्थिति बिगड़ती चली गई और खेल से दूरी बनाकर यह काम करना पड़ा.

परिवार का भरण पोषण करने के लिए करनी पड़ी मजदूरी

विजय बसोर ने बताया कि उन्होंने नेशनल स्तर पर कबड्डी खेली है. परिवार की हालत खराब होने से वह खेल से दूर हो गए. आज तक उन्हें कोई रोजगार नहीं मिला. परिवार में पत्नी और बच्चे हैं. उनके भरण पोषण के लिए मजदूरी ही मात्र एक विकल्प है. 2004 में दमोह के तत्कालीन कलेक्टर संदीप सक्सेना ने 26 जनवरी पर उन्हें मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया था. उसके बाद किसी ने सुध नहीं ली. यदि कहीं उसे ट्रेनर के पद पर नियुक्त कर दिया जाए तो वह कई ऐसे खिलाड़ी तैयार कर सकते हैं. जो अपना ही नहीं बल्कि विदेशों तक अपने देश का नाम रोशन करेंगे.

Tags: Damoh News, Madhya pradesh news, Sports news



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